IMA की चेतावनी आएगी तीसरी लहर-कांवड़ यात्रा पर लगे रोक
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर अभी से चिंतित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि हालातों को देखते हुए कोरोना वायरस की तीसरी लहर जरूर आएगी। एसोसिएशन की ओर से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कांवड़ यात्रा को मंजूरी ना दिए जाने की मांग की है। आईएमए की उत्तराखंड यूनिट ने कहा है कि कांवड़ यात्रा को मंजूरी देने से कोरोना की तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है।
मंगलवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की उत्तराखंड यूनिट के सचिव अजय खन्ना की ओर से राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि देश अभी तक कोरोना वायरस के दूसरे संक्रमण की लहर से पूरी तरह उबरा नहीं है। हालांकि संक्रमण के नए मामले लगातार कम हो रहे हैं। इसके चलते अतिरिक्त सतर्कता बरती जाना जरूरी है। पत्र में कहा गया है कि आगामी श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को मंजूरी देने के बात राज्य के मुख्यमंत्री की ओर से कही गई है। आईएमए ने सीएम को भेजे पत्र में अपील की है कि वह श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को मंजूरी ना दें। क्योंकि देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि जुलाई और अगस्त के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण की तीसरी लहरा सकती है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि देश में कोरोना की पहली लहर के कमजोर पड़ने के बाद हमने लापरवाही बरतना शुरू कर दिया था। हमने केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित की गई कोविड-19 गाइड लाइन का पालन करना बंद कर दिया था। इसी के चलते कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने समूचे देश में अपनी दस्तक दी थी। जिसके चलते तेजी के साथ कोरोना संक्रमण के केसों में इजाफा हुआ था। इसी दौरान हमने बड़ी संख्या में अपने परिजनों को खोया था और अब एक बार फिर से ऐसा ही संकट उत्पन्न हो सकता है। एसोसिएशन ने कहा है कि पिछले अनुभवों से सीख लेते हुए हमें कांवड़ यात्रियों को उत्तराखंड की सीमा में एंट्री की परमिशन नहीं देनी चाहिए। हमें एहतियात बरतते हुए राज्य को कोरोना वायरस की लहर से बचाकर रखना होगा। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना से बचाव के लिए नियमों का पालन न किए जाने को लेकर अपनी चिंता जताई है।