बादल फटने से चार की मौत - कई लोग लापता
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बुधवार को बादल फटने के बाद बचाव अभियान के दौरान संयुक्त टीमों के मलबे से तीन और शव बरामद करने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गयी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे को लेकर कहा है कि सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। इससे पहले सुबह किश्तवाड़ जिले के दाछन के सुदूर गांव होंजर में तड़के बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के पानी में बह गये चार लोगों के शव बरामद किए गए है। कई लोग अभी लापता हैं।
एक प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि भले ही भारी बारिश लापता लोगों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान में बाधा बन रही हो लेकिन मलबे से तीन और शवों को निकाला गया है और मृतकों का आंकड़ा बढ़कर सात हो गया है। उन्होंने कहा, " बादल फटने की वजह से अचानक आई बाढ़ ने इलाके के आठ से नौ घरों में रहने वाले लोग इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। "
उन्होंने कहा कि कई लोग अभी भी लापता है। लापता लोगों की सटीक संख्या का अभी पता नहीं चला है लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आकर कई लोग अभी भी लापता हैं।
पुलिस सेना और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गयी हैं और बचाव अभियान अभी भी जारी है।
नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया," किश्तवाड़ और कारगिल में बादल फटने के मद्देनजर केंद्र सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मैं सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूँ।"
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अचानक आई बाढ़ से छह घर और एक राशन डिपो क्षतिग्रस्त हो गया।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर कहा, "मैंने किश्तवाड़ में बादल फटने के संबंध में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और पुलिस महानिदेशक से बात की है। एसडीआरएफ, सेना और स्थानीय प्रशासन बचाव अभियान चला रहे हैं। एनडीआरएफ भी मौके पर पहुंच रही है। हमारी प्राथमिकता अधिक से अधिक लोगों की जिंदगी को बचाना है।"
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि जिले में आज बादल फटने के बाद से किश्तवाड़ में स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर घायलों को हेलीकॉप्टर से ले जाने के लिए वायुसेना के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है।
जारी वार्ता