कोरोना ने मचाया कोहराम-पति पत्नी के बाद बेटे और बहू की भी मौत

गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार तेजी से आगे बढ़ती हुई इंसानी जान की तबाही मचा रही है। महानगर के क्रॉसिंग रिपब्लिक टाउनशिप कि पंचशील वेलिंगटन सोसाइटी में रह रहा हंसता खेलता परिवार कोरोना का कहर बरसने से खत्म हो गया है। 12 दिन के भीतर पति पत्नी के अलावा बेटे बहू के रूप में एक-एक करके 4 लोगों की जिंदगी को कोरोना अपने साथ ले गया है। घर के चार सदस्यों के एक एक करके चले जाने से घर में मरघटी सन्नाटा पसरा हुआ है।
महानगर की रिपब्लिक टाउनशिप की पंचशील वेलिंगटन सोसाइटी मेें रह रहे राजकुमार राठी ने बताया कि कोरोना-19 की महामारी हर दूसरे तीसरे दिन सोसाइटी से एक व्यक्ति की जान को अपने साथ लेकर जा रही है। अब तक सोसाइटी में रह रहे लगभग दर्जन भर लोग कोरोना से लड़ाई लड़ते हुए जंग हार चुके हैं। उन्होंने बताया कि सोसायटी के टावर 2 के फ्लैट नंबर 2005 में पिछले कई सालों से दुर्गेश प्रसाद अपनी पत्नी बेटे एवं अपनी पुत्रवधू के साथ सुख चैन की जिंदगी बसर करते हुए रह रहे थे। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के रूप में आई महामारी की चपेट में आकर दुर्गेश प्रसाद का बीते माह की 27 अप्रैल को देहांत हो गया था। उसी समय उनका पुत्र अश्वनी और पत्नी निर्मला ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में कोरोना संक्रमण की वजह से भर्ती हुए थे। कुछ दिनों पश्चात ही 4 मई को अश्वनी कुमार ने शारदा हॉस्पिटल में जिंदगी की अंतिम सांस ली थी। महामारी की चपेट में आकर कुछ घंटे पश्चात ही दिवंगत दुर्गेश प्रसार की पत्नी संतोष कुमारी देवी ने भी अपने घर पर अंतिम सांस ली और इस दुनिया को छोड़ कर चली गई। 2 दिन पश्चात ही निर्मला कुमारी पत्नी स्वर्गीय अश्वनी प्रसाद जो शारदा हॉस्पिटल में काफी लंबे समय से ईलाज के लिये भर्ती थी। कोरोना महामारी के चलते उन्होंने भी दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि एक-एक करके दिवंगत हुए लोगों के अंतिम संस्कार के लिए पुलिस के डायल 112 पर एंबुलेंस के लिए काफी फोन किए गए। लेकिन सरकार की ओर से एक अदद एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हुई। जिसके चलते बाहर से प्राइवेट एंबुलेंस की व्यवस्था कराकर मृतकों का दाह संस्कार कराया गया। फिलहाल हंसते खेलते परिवार में 6 वर्ष और 8 वर्ष की आयु की दो लड़कियां बची हैं। हंसते खेलते एक भरे पूरे परिवार को कोरोना संक्रमण की बीमारी ने कुछ दिनों के भीतर ही उजाड़ कर विरानी पैदा कर दी है।