और कंपकंपाती ठंड में जब कंबल लेकर भागे उमर अब्दुल्ला

और कंपकंपाती ठंड में जब कंबल लेकर भागे उमर अब्दुल्ला

नई दिल्ली। शुक्रवार की रात को लगभग आधा भारत एकाएक हिल गया, बीती 12 फरवरी की रात 10.34 बजे अचानक से धरती कांपने लगी। धरती की इस थर-थर्राहट से कश्मीर से लेकर उत्तर भारत के छत्तीसगढ़ तक के राज्य कांप गए। बडे पैमाने पर आये इस भूकंप का असर राजस्थान, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर समेत देश के कई इलाकों में नजर आया। खबरों की मानें तो ताजिकिस्तान में 5.9 तीव्रता का रात 10.31 बजे भूकंप आया। इसकी गहराई 91.6 किलोमीटर थी।

शुक्रवार की रात ताजिकिस्तान में शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके झटके राजधनी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत के अनेक क्षेत्रों में महसूस किए गए। भूकंप विज्ञान विभाग ने पहले भूलवश बताया था कि भूकंप का केंद्र पंजाब के अमृतसर में 19 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। हालांकि बाद में संशोधित बयान जारी कर भूकंप विज्ञान विभाग ने पुष्टि करते हुए बताया कि भूकंप दरअसल ताजिकिस्तान में आया।

भूकंप विज्ञान विभाग ने कहा है कि यह गलती सॉफ्टवेयर के कारण हुई। मापी गई 6.3 तीव्रता का यह भूकंप रात 10 बजकर 34 मिनट पर आया। अभी तक इस भूकंप से तत्काल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है। भूकंप के आते ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत अनेक स्थानों पर लोगों में दहशत फैल गई और डर के मारे लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर निकलकर खुलें मैदान में आ गये। जिस समय 6.3 तीव्रता का यह भूकंप आया। उस समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी शिकागो विश्वविद्यालय के छात्रों से डिजिटल तरीके से संवाद कर रहे थे। उसी समय तभी उन्होंने कहा कि पूरा कमरा हिलता दिखाई दे रहा है।

उधर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया है कि वर्ष 2005 में आए भूकंप के बाद से अभी तक श्रीनगर में आया कोई भी झटका इतना शक्तिशाली नहीं था जिसने मुझे घर से बाहर जाने को मजबूर कर दिया किया। उन्होंने बताया कि भूकंप आते ही मैंने अपना कंबल लिया और कमरंे से बाहर भागा। सरपट भागते समय मुझे अपने साथ फोन ले जाना भी याद नहीं रहा। यही वजह रही कि जब धरती हिल रही थी तब 'भूकंप को लेकर ट्वीट नहीं कर पाया।

उधर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है कि भूकंप के बाद राज्य के अमृतसर या पंजाब के अन्य किसी भी क्षेत्र में अभी तक क्षति होने की कोई सूचना नहीं मिली है। पंजाब पुलिस और स्थानीय प्रशासन के शीर्ष अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं। सभी की सुरक्षा के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना कर रहा हूं।

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