श्रीराम कॉलेज आफ लॉ में हुआ दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

श्रीराम कॉलेज आफ लॉ में हुआ दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

मुज़फ्फरनगर। श्रीराम कॉलेज के सभागार में श्री राम कॉलेज ऑफ लॉ द्वारा, ’’पर्यावरण की सुरक्षा में कानून और शासन की भूमिका’’ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया। राष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग नई दिल्ली की सदस्य रिचेन लहमो तथा विशिष्ट अतिथियों में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी महत्री रस्तौगी, तथा संस्थापक आरोग्यधाम डा0 अमृत राज उपस्थित रहे।


सेमिनार के पहले दिन के कार्यक्रम को दो चरणों में आयोजित किया गया। जिसमें पहला चरण उदघाटन सत्र एवं दूसरा चरण तकनीकी सत्र रहा। पहले दिन के उदघाटन सत्र की शुरूआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग नई दिल्ली की सदस्य रिचेन लहमो तथा विशिष्ट अतिथि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी महत्री रस्तौगी तथा डा0 अमृत राज, संस्थापक आरोग्यधाम, श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के संस्थापक चेयरमैन डा0 एससी कुलश्रेष्ठ, डा0 शैलेन्द्र, विभागाध्यक्ष, डा0 वीके गर्ग सेवानिवृत्त प्रवक्ता डीएवी कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 मीरा सेक्सेना वरिष्ठ सिविल अधिवक्ता, पूॅंजीपति अशोक बाटला, डा0 अशोक कुमार, निदेशक श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 प्रेरणा मित्तल, प्राचार्य श्रीराम कॉलेज रहे।


कार्यक्रम की शुरूआत में कॉलेज प्रवक्ता श्रुति मित्तल द्वारा सभागार में उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि अन्य अतिथियों एवं श्रोताओं के समक्ष पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलिजेज, संस्थापक चेयरमैन डा0 एससी कुलश्रेष्ठ को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली उपलब्धियों से अवगत कराया, साथ ही संस्थान द्वारा उच्च शिक्षा एवं खेलों के क्षेत्र में संस्थान के महत्वपूर्ण योगदान एवं उपलब्धियों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने इस प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि संस्थान नियमित रूप से विद्यार्थियों को कैम्पस प्लेसमेन्ट के द्वारा रोजगार प्राप्ति के क्षेत्र में सहायता करता है साथ ही विद्यार्थियों को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहित कर उनको आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रहा है।


इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग नई दिल्ली की सदस्य रिचेन लहमो ने कहा कि आज 21वी सदी में पर्यावरण सुरक्षा की बहुत आवश्यकता है लेकिन सबसे पहले इसका पालन हमें स्वयं ही करना चाहिये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिये पौधे लगाना आवश्यक है न सिर्फ कानून बनाना उसको क्रियान्वित करने का प्रयास करना। उन्होेने प्लास्टिक बैग के उपयोग पर रोक लगाने के लिये जोर देते हुये कहा कि हमें अपने पर्यावरण को बचाने की पूरी कोशिश करनी चाहिये, पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कानूनों को और ज्यादा सशक्त बनाने की आवश्यकता है, जिससे व्यवहारिक रूप से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रयासो को बढाया जा सके। उन्होंने कहा कि आने वाले पीढी को पर्यावरण से संबंधित समस्याओं एवं उनके कारणों के संबंध में जागरूप किये जाने की महत्वपूर्ण आवश्यकता हैं तभी बढते प्रदूषण को रोका जा सकता है एवं पर्यावरण को संरक्षण प्रदारन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने की दिशा मे ंयह बेहद जरूरी है कि हम पौधो को लगाये और उनका पालन-पोषण करें। उन्होंने लद्याख का उदाहरण देते हुये कहा कि हमारे पूर्वज नदियों, नालो, तालाबो तथा अन्य जल के श्रोतो को गंदा करने के बेहद खिलाफ थे बल्कि पूर्वजों को मानना था कि प्रकृति के द्वारा दिया गया जल मनुष्य के लिये वरदान से भी बढकर है। अतः इसे दूषित करना पाप है अतः उन्होने कहा कि जल को प्रदूषित करना प्रकृति के नियमों के विरूद्व है। उन्होने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा पूर्वजो द्वारा बनाये गये नियमों के आधार पर करनी चाहिये जो हमारी संस्कृति से जुुडे़ हुये है।

इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डा0 अमृतराज, संस्थापक आरोग्यधाम ने कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिये कानून की आवश्यकता नहीं है बल्कि मनुष्य को अपने दृढ निश्चय और अपनी सकारात्मक सोच के आधार पर पर्यावरण की सुरक्षा करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि समाज में लोग जागरूक हो रहे है और पौधारोपण भी कर रहे है परन्तु उनकों समय-समय पर सींचना भी जरूरी है जिसके अभाव में पौधा नष्ट हो जाता है। उन्होंने पर्यावरण को सुरक्षित रखने का सर्वोपरि उदाहरण पौधे को लगाना बताया है। कविता के रूप में पर्यावरण का उदाहरण देते हुये बताया कि ’’अगर नदी होगी तो समुंद्र से दोस्ती होगी अगर कोई खिडकी खुली होगी तो आशिकी होगी’’।


इस अवसर पर श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के संस्थापक चेयरमैन डा0 एससी कुलश्रेष्ठ ने बोलते हुये कहा कि प्रकृति ही प्रकृति के विनाश का कारण है। उन्होंने कहा कि जब तक कानून बनाकर सजा का प्रावधान नहीं होगा तब तक पर्यावरण की सुरक्षा करना मुश्किल है। उन्होंने नमामि गंगा व स्वस्थ भारत की भी व्याख्या करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पर्यावरण सुरक्षा हेतु बडे सराहनीय कदम उठाये है, परन्तु बिना जनसहयोग के सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कार्यक्रमों को सकारात्मक आकार देना सम्भव नहीं है। उन्होने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र मे श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के योगदान के विषय में जानकारी देते हुये कहा कि श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज उत्तर प्रदेश के ऐसे संस्थानों में शुमार है जहॉं पर्यावरण संबंधित सभी निति एवं नियमों का पालन बेहद गम्भीरता से किया जा रहा है । उन्होने कहा कि जापान की सहायता से संस्थान में 180 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित है। उन्होने बताया कि श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज मात्र एक ऐसा संस्थान है जहा पर ग्रीन टॉयलेट की व्यवस्था है।

सेमिनार का दूसरा चरण तकनीकी सत्र के रूप में आयोजित किया गया जिसमें चेयरपर्सन डा0 बी0के0त्यागी, डा0 शैलेन्द्र शर्मा, विभागाध्यक्ष लॉ, डा0 बीके गर्ग सेवानिवृत्त प्रवक्ता, डा0 ओमदत्त, प्रवक्ता डीएवी कॉलेज,मुजफ्फरनगर, डा0 रविन्द्र प्रताप सिंह, प्राचार्य, चौ0 हरचन्द्र लॉ कॉलेज खुर्जा व डा0 पूनम शर्मा, प्राचार्य श्रीराम कॉलेज आफ लॉ उपस्थित रहे।

दूसरे चरण में श्रीराम कॉलेज आफ ला के विद्यार्थियों ओसी सिंह, सुरभी, लारेब जमीर, तुषार मलिक, सना कुरैशी, माही, शंशाक अग्रवाल, सान्या, प्रज्जवल धनघर, बुशरा खान, आयुषी, कुलमिलन, हुरैन, इकरा, साजिद, तब्बसुम, आयान त्यागी, मसीहा खान, अमन नईम, सिदरा, मुकूल आनंद, वंशवर्धन, उर्वशी तोमर, शिरिन व शीतल के द्वारा पावर पाइंट के माध्यम से पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त करे।

कार्यक्रम के विषय में जानकारी देते हुए श्री राम कॉलेज ऑफ लॉ की प्राचार्य ने बताया कि दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में प्रस्तुत करने के लिए अलग-अलग राज्यों के विश्वविद्यालयों से 74 शोध पत्र प्राप्त हुए हैं तथा 288 शोधार्थियों ने सेमिनार में प्रतिभाग करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।

इस अवसर पर डाइस पर उपस्थित लोगो में श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के संस्थापक चेयरमैन डा0 एससी कुलश्रेष्ठ, डा0 शैलेन्द्र, विभागाध्यक्ष, डा0 वीके गर्ग सेवानिवृत्त प्रवक्ता डीएवी कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 मीरा सेक्सेना वरिष्ठ सिविल अधिवक्ता, डा0 अशोक कुमार, निदेशक श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा0 पूनम शर्मा, अध्यक्षा एसआरजीसी आदि रहे।

कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीराम कॉलेज आफ लॉ के प्रवक्ता प्रोफेसर प्रशांत चौहान ने किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री राम कॉलेज ऑफ लॉ के प्रायार्चा डॉ0 पूनम शर्मा, संजीव कुमार, सोनिया गौड, राखी ढिलोर, आंचल अग्रवाल, अनु चौधरी, सबिया खान, रेखा ढिलोर, प्रषान्त चौहान, राममनु प्रताप सिंह, विनय तिवारी, त्रिलोक चंद का सराहनीय योगदान रहा।

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