कोरोना ने जगाई इंसानियत की अलख: डॉ0 बृजमोहन शर्मा

कोरोना ने जगाई इंसानियत की अलख: डॉ0 बृजमोहन शर्मा

देहरादून। कोरोना महामारी ने हमारा दुनिया को देखने का नजरिया बदल दिया है। इस वायरस ने हर मनुष्य को उसकी जिम्मेदारी का अहसास कराया है, साथ ही विपरीत हालात में इंसानियत की अलख भी जगाई। यह बातें सोसाइटी ऑफ पॉल्यूशन एंड एनवायरनमेंटल कंजर्वेशन साइंटिस्ट (स्पेक्स) के संस्थापक डॉ. बृजमोहन शर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहीं।

डॉ. बृजमोहन शर्मा को विज्ञान के क्षेत्र में दो बार वर्ष 2013 और 2018 में राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। उन्हें संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रशंसा पत्र, उत्तराखंड ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार, राज्यपाल अन्वेषण समेत कई अवॉर्ड भी दिए जा चुके हैं। कोरोना वायरस के प्रभाव को लेकर डॉ. बृजमोहन कहते हैं कि इस महामारी ने तमाम नागरिकों को बेरोजगार किया। कई परिवारों को तो दो वक्त के भोजन का संकट भी झेलना पड़ा। अच्छी बात यह है कि ऐसे में कई मददगार भी सामने आए। उन्होंने बताया कि कोरोनाकाल में स्पेक्स संस्था ने भी 64 महिलाओं को रोजगार से जोड़ा। इन महिलाओं से 41 हजार मास्क तीन रुपये प्रति मास्क की दर से बनवाए गए। ये मास्क डोईवाला और देहरादून के साथ अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, नैनीताल की कई बस्तियों व कॉलोनियों में जरूरतमंदों को वितरित किए गए। इसके अलावा कई विभागों व कार्यालयों में भी मास्क के साथ सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए। ऑनलाइन माध्यम से जन-जन को मास्क बनाने के तरीके भी बताए गए। स्कूल बंद हुए तो बच्चों को विज्ञान संबंधी गतिविधियों से जोड़ने के लिए ऑनलाइन सामग्री मुहैया कराई गई। मुख्यमंत्री राहत कोष में भी एक लाख रुपये की धनराशि दी गई।

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