विपक्ष के दबाव के आगे झुके प्रधानमंत्री- दिया इस्तीफा- बढ़ा टकराव
नई दिल्ली। विपक्ष के दबाव में आए प्रधानमंत्री महेंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दिवालिया होने की कगार पर खड़े श्रीलंका के प्रधानमंत्री के इस्तीफे को लेकर पिछले हफ्ते ही देश के प्रमुख विपक्षी नेता सिरीसेना की ओर से राष्ट्रपति से मुलाकात की गई थी। इस दौरान तय हो गया था कि प्रधानमंत्री महेंदा राजपक्षे पद से इस्तीफा देंगे। इसके बाद देश के भीतर अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सोमवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने विपक्ष के दबाव में आकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के इस्तीफा देने के बाद श्रीलंका के कई हिस्सों में पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प होने की खबरें आ रही है। इससे भी बड़ा खतरा महिंदा के इस्तीफे को लेकर खड़ा हो गया है।
दरअसल बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बड़े भाई और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे नहीं चाहते थे कि प्रधानमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे। लेकिन विपक्ष की मांग के आगे राष्ट्रपति को झुकना पड़ा। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने समर्थकों को अब सड़कों के ऊपर उतार दिया है। अब राजपक्षे भाइयों के विरोधियों और समर्थकों के बीच देश के कई हिस्सों में हिंसक झड़प शुरू हो गई है।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका वर्ष 1948 में अपनी आजादी के बाद से इस समय सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार तकरीबन समाप्त हो चुका है, जिसके चलते श्रीलंका देश व लोगों के लिये जरूरी चीजों का आयात भी नहीं कर पा रहा है।
श्रीलंका के ऐसे आर्थिक हालात को देखते हुए बांग्लादेश ने करेंसी स्वैप के माध्यम से दिए गए 200000000 के लोन को चुकाने की अवधि अब 1 साल के लिए और बढ़ा दी है।