तीरंदाज सविता को ओलंपिक पदक जीतने पर PM का संदेश
रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रांची की बेटी और इंटरनेशनल तीरंदाज सविता कुमारी को ओलंपिक में पदक जीतने की शुभकानाएं दी।
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चयनित 32 बच्चों में शामिल सविता को प्रधानमंत्री ने ओलंपिक खेल तक पहुंचने और पदक जीतने की शुभकानाएं दी। श्री मोदी ने कहा कि खेल के क्षेत्र में झारखंड के टैलेंट ने देश दुनिया में बड़ा नाम किया है।
प्रधानमंत्री ने वर्चुअल संवाद के दौरान रांची की अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज सविता से संवाद करते हुए यह जानने की कोशिश की कि वह तीरंदाजी के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मन कैसे बनाया, इसमें परिवार का कितना सहयोग मिला। प्रधानमंत्री के इस प्रश्न के जवाब में सविता ने कहा कि जब वह कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ती थी, तो तीरंदाजी के क्षेत्र में देश के लिए पदक जीतने और देश का नाम रौशन करने के लिए आगे बढ़ने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया वह अंतरराष्ट्रीय स्पर्द्धाओं में भारत के लिए मेडल जीतना चाहती है।
सविता ने प्रधानमंत्री से कहा कि जब पदक जीतने पर देश के लिए राष्ट्र गान बजता है, तो उसे काफी खुशी होती है। प्रधानमंत्री ने यह भी जानना चाहा कि क्या उनके परिवार के लोग पहले भी इस खेल से जुड़े, तो सविता ने बताया कि इससे पहले तीरंदाजी के खेल से परिवार का कोई भी सदस्य नहीं जुड़ा और वह अपने घर-परिवार में पहली बार इस क्षेत्र में आगे आयी है।
प्रधानमंत्री ने सविता को ओलंपिक खेल में पदक जीतने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जब छोटे से गांव और शहर से निकल देश-दुनिया में नाम रौशन करने वाले ऐसे खिलाड़ी निकलेंगे, तो देशभर के युवाओं को प्ररेणा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने सविता को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं के साथ आशीर्वाद भी दिया।
गौरतलब है कि चार साल पहले सविता कुमारी को रांची के सोनाहातु प्रखंड स्थित कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय में एडमिशन मिला था। वर्ष 2016 में बिरसा मुंडा अकादमी सिल्ली के कोच प्रकाश राम और शिशिर महतो की नजर सविता के खेल पर पड़ी, तो उसे कस्तुरबा गांधी स्कूल में स्पोर्ट्स के लिए टैलेंटेड प्लेयर्स के तौर पर आर्चरी की ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया गया। दो साल की ट्रेनिंग के बाद वह नेशनल चैंपियन बनी। वर्ष 2018 में उसका सेलेक्शन जूनियर इंडियन टीम में हुआ और बांग्लादेश में आयोजित साउथ एशियन आर्चरी चैंपियनशिप में टीम इवेंट में उसने भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता।