अब कैदी बनेंगे सैनिक-हथियार थामकर करेंगे रूस का मुकाबला
नई दिल्ली। रूस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे यूक्रेन की निगाह अब देश की जेलों में बंद कैदियों के ऊपर जाकर टिक गई है। राष्ट्रपति ने कहा है सैन्य अनुभव रखने वाले कैदियों की रिहाई कर उन्हें हथियार देते हुए रूस की सेना के मुकाबले उतारा जाएगा।
सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की की ओर से कहा गया है कि यूक्रेन अब रूस के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के इच्छुक सैन्य अनुभव रखने वाले कैदियों की रिहाई करेगा और उन्हें हथियार देते हुए रूसी सैनिकों का मुकाबला करने के लिए जंग में उतारा जाएगा। रूस की सेना तेजी के साथ यूक्रेन की राजधानी कीव के ऊपर हमला कर रही है। रूस यूक्रेन जंग के पांचवें दिन भी यूक्रेन की सेना डटकर रूस का मुकाबला कर रही है। लेकिन बताया जा रहा है कि यूक्रेन के लिए यह बेहद मुश्किल भरे दिन हैं। उधर यूक्रेन की मदद के लिए यूरोपीय संघ की ओर से हथियार भेजने का फैसला किया गया है। इसके अलावा यूक्रेन के मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई गई है। 15 सदस्यों में से 11 मेंबरों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसको लेकर चर्चा कराने का समर्थन किया है। इस बीच यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि उसने 4300 से भी ज्यादा रूसी सैनिकों को मार गिराया है और 200 से भी ज्यादा सैनिक बंदी बनाए गए हैं।