विरोध पर सिर काटने का ऐलान करने वाला मुल्ला मुजीब ब्लास्ट में मारा गया
काबुल। जुमे की नमाज के दौरान मस्जिद के भीतर हुए दो बड़े धमाकों की चपेट में आकर तालिबान के सबसे बड़े धर्म गुरुओं में से एक मुल्ला मुजीब उर रहमान अंसारी मारा गया है। तालिबान के धर्म गुरुओं में शामिल मुल्ला मुजीब उर रहमान अंसारी की मौत उस समय हुई जब हेरात प्रांत में मस्जिद के भीतर जुमे की नमाज के दौरान बड़ा धमाका हुआ। पिछले महीने भी तालिबान का एक बड़ा नेता अफगानिस्तान में मारा गया था। हालाकि तालिबान की ओर से अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
शुक्रवार को अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में मस्जिद के भीतर हुए सिलसिलेवार धमाके में तालिबान के सबसे बड़े धर्म गुरुओं में से एक मुल्ला मुजीब उर रहमान अंसारी की मौत हो गई है। मिल रही खबरों के मुताबिक शुक्रवार को गाजा घर की मस्जिद के भीतर एक के बाद एक 2 ब्लास्ट हुए। जिस समय यह धमाके किए थे उस समय मस्जिद के भीतर जुमे की नमाज चल रही थी।
तालिबान का मुख्य धर्मगुरू मुल्ला मुजीब उर रहमान अंसारी उस नमाजियों को नमाज अदा करा रहा था। बम धमाका धर्मगुरु के सामने वाली लाइन में हुआ। माना जा रहा है कि मस्जिद के भीतर किया गया यह हमला फिदायीन था और इसमें दो लोग शामिल रहे हैं।
दूसरा बम धमाका उस समय हुआ जब पहले धमाके के बाद मस्जिद के भीतर से लोग बाहर की तरफ भाग रहे थे। मस्जिद के भीतर हुए धमाके से चंद घंटे पहले ही मुल्ला मुजीब उर रहमान अंसारी हेरात में हुई एक इकोनॉमिक्स कान्फ्रेंस में हिस्सा लेने के बाद यहां पर पहुंचा था।