सरकार के गठन पर मतभेद के कारण ईरान के उपराष्ट्रपति इस्तीफा देंगे
नई दिल्ली। गौरतलब है कि जरीफ को गत 02 अगस्त को ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने रणनीतिक मामलों के लिए उपराष्ट्रपति नियुक्त किया था। कयास लगाए जा रहे हैं कि जरीफ़ के संभावित इस्तीफ़े का कारण देश के नए मंत्रिमंडल की संरचना पर असहमति हो सकती है।
पेजेशकियन ने रविवार को देश की संसद को उन राजनेताओं की सूची सौंपी थी, जिनसे उन्होंने नये मंत्रिमंडल बनाने का प्रस्ताव रखा था। इसमें प्रस्तावित 19 उम्मीदवारों में से केवल एक महिला है। श्री जरीफ़ ने एक्स पर कहा, "मैं अपने काम के परिणाम से संतुष्ट नहीं हूँ, और मुझे शर्म आती है कि मैं समितियों की विशेषज्ञ राय और महिलाओं, युवाओं और रिश्तेदारों की उपस्थिति को उचित तरीके से प्राप्त नहीं कर सका, जैसा कि मैंने वादा किया था। बेशक, अभी भी कुछ उपराष्ट्रपति बचे हैं, उम्मीद है कि वे इस कमी की भरपाई करेंगे।"
पूर्व मंत्री ने नई सरकार के प्रतिनिधियों को सफलता की कामना की और कैबिनेट के लिए उम्मीदवारों के चयन में भाग लेने के अवसर के लिए राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया।