भारत अपने रिकॉर्ड न्यूनतम स्कोर 36 पर ढेर
एडिलेड। भारतीय क्रिकेट टीम बेहद शर्मनाक बल्लेबाजी प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिन-रात्रि टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को पहले सत्र में अपने इतिहास के रिकॉर्ड न्यूनतम स्कोर 36 रन पर ढेर हो गई। भारत को पहली पारी में 53 रन की बढ़त हासिल थी और उसने ऑस्ट्रेलिया के सामने 90 रन का लक्ष्य रखा है।
ऑस्ट्रेलिया ने इस लक्ष्य का पीछा करते हुए डिनर तक बिना विकेट खोए 15 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मैथ्यू वेड 17 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 14 रन और जो बर्न्स खाता खोले बिना क्रीज पर मौजूद हैं।
भारत ने 20 जून 1974 को लॉर्डस मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन का स्कोर बनाया था। उसके बाद जाकर भारत ने अब अपने सबसे न्यूनतम स्कोर का रिकॉर्ड बना दिया है। भारत की दूसरी पारी में नौ विकेट पर 36 रन बने और मोहम्मद शमी चोटिल होने के कारण रिटायर हुए और उसके साथ ही भारत की पारी समाप्त हो गई।
भारत को पहली पारी में 53 रन की बढ़त थी और उसने कल के छह ओवर में एक विकेट पर नौ रन से आगे खेलना शुरु किया और उसकी पारी ताश के पत्तों की तरह ढह गयी। भारत ने 21.2 ओवर में अपने नौ विकेट 36 रन पर गंवा दिए जबकि मोहम्मद शमी को चोट लगने के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा और भारत की पारी शर्मनाक रुप से 36 रन पर सिमट गयी।
भारत ने इस तरह 46 साल पुराना अपना न्यूनतम स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ डाला। भारत ने अब ऑस्ट्रेलिया को पहला टेस्ट जीतने के लिए कुल 90 रन का लक्ष्य दिया है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारतीय पारी का इस कदर पतन हो जाएगा लेकिन ऑस्ट्रेलिया के तेग गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद से कहर बरपाते हुए भारतीय क्रिकेट इतिहास को ही तहस-नहस कर डाला।
शुक्रवार को सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ चार रन बनाकर आउट हुए थे जबकि तीसरे दिन शनिवार को बुमराह मात्र दो रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने। बुमराह का विकेट 15 रन के स्कोर पर गिरा। इसके बाद भारत के सात विकेट महज 16 रन पर ही गिर गए।
भारत की ओर से पुजारा भी कुछ कमाल नहीं दिखा सके और आठ गेंदें खेल बिना खाता खोले कमिंस की गेंद पर टिम पेन को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को जोश हेजलवुड ने पेन के हाथों कैच कराकर आउट किया। मयंक ने 40 गेंदों में एक चौके की मदद से नौ रन बनाए।
उपकप्तान अजिंक्या रहाणे भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और हेजलवुड की गेंद पर विकेट के पीछे पेन ने उनका कैच लपका। रहाणे खाता खोले बिना आउट हुए। कप्तान विराट कोहली ने भी अपनी बल्लेबाजी से निराश किया और वह पैट कमिंस की गेंद पर कैमरुन ग्रीन को कैच पकड़ाकर चलते बने। विराट ने आठ गेंदों में एक चौके के सहारे चार रन बनाए।
मध्यक्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी भी कुछ करिश्मा नहीं कर सके और हेजलवुड ने पेन के हाथों कैच कराकर उनकी पारी का अंत किया। हनुमा ने 22 गेंदों में एक चौके की मदद से आठ रन बनाए। विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्दिमान साहा को भी हेजलवुड ने पवेलियन का रास्त दिखाया और उन्होंने चार रन बनाए।
रविचंद्रन अश्विन पहली गेंद पर हेजलवुड का शिकार बने और खाता खोले बिना आउट हुए। उमेश यादव पांच गेंदों में एक चौके की मदद से चार रन बनाकर नाबाद रहे जबकि चोट के कारण मैदान से बाहर गए जसप्रीत बुमराह ने एक रन बनाए।
भारत ने इस तरह टेस्ट क्रिकेट इतिहास का संयुक्त रुप से पांचवां सबसे न्यूनतम स्कोर बनाया। तेज गेंदबाजों जोश हेजलवुड ने पांच ओवर में आठ रन देकर पांच विकेट और कमिंस ने 10.2 ओवर में 21 रन देकर चार विकेट झटके।
भारत ने जब पहले सत्र में अपनी पारी आगे बढ़ायी तो किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारतीय पारी का ऐसा शर्मनाक पतन हो जाएगा। कल के नाबाद बल्लेबाजों मयंक अग्रवाल और नाइट वॉचमैन जसप्रीत बुमराह ने पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन 15 के स्कोर पर भारत को एक के बाद एक चार झटके लगे।
पहले बुमराह आउट हुए और उसके बाद पुजारा, मयंक और रहाणे भी उनके पीछे-पीछे पवेलियन लौट गए। भारत का एक झटके में स्कोर पांच विकेट पर 15 रन हो गया। रही-सही कसर कप्तान विराट के 19 रन के स्कोर पर आउट होने के साथ पूरी हो गयी। छह विकेट गिर जाने के बाद अब यही देखना बाकी रह गया था कि भारत 42 रन के अपने न्यूनतम स्कोर को पार कर पाता है या नहीं। लेकिन विराट की टीम इंडिया 36 रन पर ही ठिटक गयी।
भारत ने 15.2 ओवर के खेल में अपने आठ विकेट गंवाए। हेजलवुड ने मयंक, रहाणे, हनुमा, साहा और अश्विन के विकेट लिए जबकि कमिंस ने पृथ्वी, बुमराह, पुजारा और विराट को आउट किया।