पांच सदी बाद आज भारतवासियों का भव्य राम मंदिर का संकल्प पूरा
लखनऊ । अयोध्या में आज भव्य राम मंदिर का भूमि पूजन सम्पन्न हुआ। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन के कार्यक्रम का शुभारंभ किया । उनके अलावा भूमि पूजन में लगभग 170 विशिष्ट मेहमान शामिल हुए। खास मुहूर्त में भूमि पूजन संपन्न किया गया। श्रीराम की नगरी अयोध्या को इस अवसर पर करीब 400 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। सजावट के लिए लिए देश के साथ विदेश से भी फूल मंगवाए गए हैं। इस अवसर पर अयोध्या का मनमोहक नजारा दिख रहा है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर राम भक्तों ने सरयू नदी किनारे खड़ाऊ और धनुष की पूजा अर्चना की। हर तरफ राम नाम का संकीर्तन हो रहा है। जय श्रीराम के नारे की गूंज रहे हैं।
श्रीराम मंदिर के भूमिपूजन एवं कार्यारंभ के शुभ अवसर पर श्री अयोध्या धाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री रामलला विराजमान का दर्शन-पूजन कर भारत के उत्कर्ष हेतु प्रार्थना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विशेष अवसर पर पारिजात का पौधा भी रोपा। इस ऐतिहासिक क्षण पर प्रधानमंत्री ने कहा आज श्रीराम का यह जयघोष सिर्फ सिया-राम की धरती में ही नहीं सुनाई दे रहा, इसकी गूंज पूरे विश्व में है। सभी देशवासियों को, विश्व में फैले करोड़ों राम भक्तों को आज के इस सुअवसर पर कोटि-कोटि बधाई।
भूमिपूजन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 135 करोड़ भारतवासियों का संकल्प पूरा होने पर बधाई दी। राम मंदिर के लिए भूमिपूजन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच सदी के बाद आज 135 करोड़ भारतवासियों का संकल्प पूरा हो रहा है। देश में लोकतांत्रिक तरीकों के साथ ही मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस घड़ी की प्रतीक्षा में कई पीढ़ियां गुजर चुकी हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूझबूझ और प्रयासों के कारण आज संकल्प पूरा हो रहा है। हमने तीन साल पहले अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू किया था, आज उसकी सिद्धि हो रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो संकल्प 6 साल पहले लेकर चले थे वो आज पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की लोकतांत्रिक शक्ति और यहां की न्यायपालिका ने दुनिया को दिखा दिया है कि विवाद के मुद्दों को शांतिपूर्वक, लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से सुलझाया जा सकता है।
सुरक्षा की दृष्टि से मंगलवार शाम को ही अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गई थीं। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की ओर कुल 170 लोगों को भूमि पूजन के लिए निमंत्रण भेजा गया था, इनमें करीब 135 संत शामिल हैं जो देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं। हर निमंत्रण कार्ड पर एक कोड था, जो सुरक्षा के चलते तैयार किया गया।
अयोध्या में भव्य राममंदिर के भूमि पूजन समारोह के अवसर पर बारामती के राम भक्तों में भी खुशी का माहौल देखने को मिलता रहा। बारामती के प्रसिद्ध राम मंदिर में सुबह दीपोत्सव किया गया। भक्तों ने प्रभु श्रीराम की मूर्ति का अभिषेक किया।