2 हफ्ते बाद हटा आपातकाल- हालात अभी तक भी गंभीर- लोगों में गुस्सा
नई दिल्ली। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने तकरीबन 2 हफ्ते के बाद देश में लगाए गए आपातकाल को हटाने का ऐलान कर दिया है। सरकार के भारी विरोध के चलते राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने इसी महीने की 6 मई की आधी रात को देश के भीतर इमरजेंसी लगाने का ऐलान कर दिया था।
शनिवार को राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से कहा गया है कि शुक्रवार की आधी रात से देश में लगी इमरजेंसी अब हटा ली गई है। माना जा रहा है कि देश के भीतर कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए राष्ट्रपति की ओर से आपातकाल हटाने का कदम उठाया गया है। आपातकाल के दौरान पुलिस और सुरक्षाबलों के पास मनमाने ढंग से लोगों को गिरफ्तार करने और उन्हें हिरासत में लेने का अधिकार पहुंच गया था।
दरअसल श्रीलंका में एक बड़ी आबादी देश में आए जबर्दस्त आर्थिक संकट के पीछे राष्ट्रपति को गोटबाया राजपक्षे परिवार को दोषी मानकर चल रही है। यही कारण है कि राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर पिछले दिनों जनता सड़कों पर आ गई थी और इस दौरान जमकर हिंसा की वारदातें अंजाम दी गई थी। इसे देखते हुए राजपति गोटबाया राजपक्षे के द्वारा देश में आपातकाल लागू करने की घोषणा कर दी गई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद देश में सरकार समर्थक और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों में 9 लोगों की मौत हुई थी। जबकि 200 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे।