फिर पांव पसार रहा है कोरोना-नही बचा है एक भी जिला
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना राजस्थान में एक बार फिर से अपने पैर पसारने लगा हैं और उसकी दूसरी लहर के खतरे की संभावना बढ़ने लगी हैं।
प्रदेश में फिर एक दिन में करीब पांच सौ के आस आस नये मामले सामने आने लग गये हैं और रविवार को नये मामलों की संख्या 476 पहुंच गई। सर्वाधिक 86 नये मामले राजधानी जयपुर में सामने आये। राज्य में चुरू, जैसलमेर एवं टोंक को छोड़कर शेष सभी 30 जिलों में कोरोना के नये मामले सामने आये। प्रदेश में इस समय एक भी जिला नहीं बचा हैं जहां कोरोना मरीज नहीं हैं।
प्रदेश में कोरोना का फिर बढ़ते खतरे के मद्देनजर राज्य सरकार ने आठ शहरों अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, सागवाड़ा एवं कुशलगढ़ में रात ग्यारह से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा 25 मार्च से राजस्थान में बाहर से आने वाले सभी यात्रियों के लिए 72 घंटे के भीतर की आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी और राज्य के सभी नगरीय निकायों में 22 मार्च से रात दस बजे के बाद बाजार भी बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सावधानी बरतने की जरुरत बताते हुए कहा है कि इस समय किसी को भी लापरवाही की इजाजत नहीं होगी और लापरवाही बरती तो सरकार को और सख्त कदम उठाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले भी प्रदेशवासियों को कोरोना से बचाने के लिए कई कदम उठाये और अब भी लोगों को बचाना सरकार की प्राथमिकता है।
राज्य में अब तक कोरोना के मरीजों की संख्या तीन लाख 25 हजार 424 पहुंच गई जिनमें अब तक तीन लाख 19 हजार 41 ठीक हो चुके हैं। कोरोना से अब तक करीब 2800 लोगों की मौत हो चुकी हैं। प्रदेश में अब तक सबसे अधिक कोरोना के मरीज 60 हजार 445 जयपुर में सामने आये हैं जिनमें अब तक 59 हजार 211 स्वस्थ हो चुके हैं। प्रतापगढ़ जिले में अब तक प्रदेश के सबसे कम 1339 मरीज सामने आये हैं उनमें से 1255 ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक 66 लाख 46 हजार 73 लोग कोरोना जांच करा चुके हैं।