लद्दाख सीमा पर भिड़ंत
लद्दाख। भारत और चीन के बीच पिछले काफी वक्त से लद्दाख में जारी विवाद अब और भी गहरा गया है। सोमवार रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई है। इस झड़प में भारतीय सेना के अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं. ये घटना तब हुई जब सोमवार रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद सबकुछ सामान्य होने की स्थिति आगे बढ़ रह थी। बताया जा रहा है कि सिर्फ भारत की तरफ ही नहीं बल्कि चीन की तरफ भी कुछ सैनिकों को चोट पहुंची है. इस झड़प के दौरान किसी तरह की कोई गोली नहीं चली है, यानी हाथापाई ही हुई थी। भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है, 'गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं। जबकि चीन के 5 सैनिक मारे गये 11 घायल हैं। दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर रहे हैं'।
भारत और चीन के बीच मई महीने की शुरुआत से ही लद्दाख बॉर्डर के पास तनावपूर्ण माहौल बना हुआ था। चीनी सैनिकों ने भारत द्वारा तय की गई। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को पार कर लिया था और पेंगोंग झील, गलवान घाटी के पास आ गए थे। चीन की ओर से यहां पर करीब पांच हजार सैनिकों को तैनात किया गया था, इसके अलावा सैन्य सामान भी इकट्ठा किया गया था। दोनों देशों की सेनाओं की ओर से लंबे वक्त से इस विवाद को खत्म करने की ओर कदम बढ़ाए जा रहे थे। 6 जून के बाद से कई राउंड की बात चल रही थी, सीओ से लेकर लेफ्टिनेंट जनरल लेवल तक के अफसरों के बीच बातचीत जारी थी। जिसके बाद तय हुआ था कि दोनों देशों की सेना कुछ किमी. तक पीछे हटी थीं। लेकिन जब ये प्रक्रिया चल रही थी, उसी दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। दोनों देशों के बीच लगातार तनाव की स्थिति के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लगातार बयान दिया था। राजनाथ सिंह की ओर से कहा गया था कि चीन के साथ सैन्य और डिप्लोमेट के लेवल पर बात की जा रही है, दोनों देश शांति चाहते हैं और देश का सम्मान झुकने नहीं दिया जाएगा।
भारत की ओर से लगातार मांग की जा रही थी कि चीनी सेना अप्रैल से पहले की स्थिति को लागू करे. यानी अप्रैल से पहले जहां पर चीनी सेना थी, वहां पर वापस पहुंचे। चीन की ओर से एलएसी रेखा को अलग माना जाता है, लेकिन भारत एलएसी को अलग रेखा तक लेकर चलता है। इसी को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद होता रहा है। लगभग 50 साल के बाद ऐसी स्थिति बनी है, जब एलएसी के पास भारत और चीन के बीच इस तरह की स्थिति पैदा हुई है।
लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई है। इस झड़प में एक भारतीय अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए हैं। हालांकि, बीजिंग ने उलटे भारत पर घुसपैठ करने का आरोप लगाया है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बीजिंग का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने बॉर्डर क्रॉस करके चीनी सैनिकों पर हमला किया।
भारत और चीन के बीच पिछले काफी वक्त से लद्दाख में जारी विवाद अब और भी गहरा गया है. सोमवार रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई है। इस झड़प में भारतीय सेना के अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं। ये घटना तब हुई जब सोमवार रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद कुछ ऐसी बात हुई जिस पर दोनों पक्ष सहमत नहीं थे। बताया जा रहा है कि सिर्फ भारत की तरफ ही नहीं बल्कि चीन की तरफ भी कुछ सैनिकों को चोट पहुंची है। इस झड़प के दौरान किसी तरह की कोई गोली नहीं चली है, यानी हाथापाई ही हुई थी। भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है, 'गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं।
इस प्रकार लद्दाख में भारत और चीन के बीच पिछले महीने से चल रहा तनाव हिंसक झड़प में बदल गया है। गलवान घाटी में भारत के तीन जवान शहीद हुए हैं. जबकि झड़प में चीन की सेना को भी नुकसान पहुंचा है। चीन की तरफ 5 सैनिकों की मौत हुई है। जबकि उसके 11 जवान घायल बताए जा रहे हैं। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्टर ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है, हालांकि ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि अभी मौत की संख्या कंफर्म नहीं की जा सकती है, लेकिन हताहत की बात उसने भी मानी है।
ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीन ने ट्वीट कर बताया है कि गलवान घाटी में चीन के जवान भी हताहत हुए हैं। एडिटर इन चीफ हू शिजिन ने अपने ट्वीट में लिखा, मुझे जो पता है, उसके आधार पर, गलवान घाटी में हुई झड़प में चीन के लोग भी हताहत हुए हैं।
हालांकि, ट्वीट में हू शिजिन ने टीस भी जाहिर की है। ट्वीट में आगे लिखा है कि चीन भारत के साथ कोई टकराव नहीं करना चाहता है, लेकिन हम डरते नहीं हैं।
गलवान घाटी पर 15 जून यानी सोमवार को दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही थी। ये बातचीत ब्रिगेडियर कमांडर, कमांडर ऑफिसर लेवल पर हुई थी। इस बातचीत में गलवान घाटी से सैनिकों को वापस भेजने और फिर अप्रैल से पहले जैसी सामान्य स्थिति कायम करने को लेकर चर्चा हुई लेकिन ये बातचीत सार्थक नहीं रही और रात के वक्त दोनों देशों की सेना के जवान भिड़ गए। बताया जा रहा है कि दोनों ही तरफ से गोली नहीं चली है, लेकिन हिंसक झड़प में भारत के एक अफसर समेत तीन जवानों की शहादत हो गई है। इस दौरान भारत की तरफ से भी चीन की सेना को करारा जवाब दिया गया है। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के चीफ रिपोर्टर वांग वेनवेन ने अपने ट्वीट में लिखा, रिपोर्ट है कि एलएसी पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 5 जवान मारे गए हैं जबकि 11 सैनिक घायल हो गए हैं। इस पूरे मसले पर भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है, गलवान घाटी में सोमवार की रात डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए। (हिफी)