कोरोना संकट में लंबे समय से घरों में रह रहे लोगों की बदली दिनचर्या, पैदा हुईं कई बीमारियां
नई दिल्ली। इन दिनों आपने थकान, सिरदर्द से लेकर हाथ-पांव में झनझनाहट, कब्ज और पेट दर्द जैसी शारीरिक तकलीफों का सामना किया होगा। हो सकता है कई लोगों ने अनजाने में इन्हें नजरअंदाज भी कर दिया हो, लेकिन असल में यह कोरोना तनाव की निशानी बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय से घरों में रह रहे लोगों को बदले खानपान कम व्यायाम के साथ-साथ महामारी से पैदा हुए तनाव ने अचानक कई रोग दे दिए हैं। अगर यह स्थायी हो गए तो आगे चलकर परेशानी का सबब बन सकते हैं। लिहाजा इन पर फौरन गौर करने की जरूरत है। आजकल डॉक्टर से ऐसे काफी लोग संपर्क कर रहे हैं जो पहले स्वस्थ थे। लेकिन अब उन्हें अचानक कोई न कोई असामान्य शारीरिक दर्द या बीमारी परेशान करने लगी है। डॉक्टरों का कहना है ऐसी परेशानी कई दफा शरीर के तनाव से गुजरने कारण होती है। जब हम घबराहट या दबाव महसूस करते हैं तो एपीफेरिन यानी एड्रीनलीन हार्मोन निकलने लगता है। इससे शरीर संपूर्ण रक्त को मस्तिष्क और हृदय जैसे महत्वपूर्ण अंगों की ओर धकेलने लगता है। इसके चलते रक्त हाथ पांव के आखिरी हिस्सों से दूर होने लगता है। जिससे अंगुलियों में झनझनाहट होने लगती है। डॉक्टरों का कहना है कि हाथ की अंगुलियों में झनझनाहट आघात का लक्षण भी हो सकता है। ऐसा कई कोरोना मरीजों में भी देखा गया है। इसलिए इसे अनदेखा न करें। तनाव के कारण पेट में तकलीफ में अचानक पसीना और सिहरन भी महसूस हो सकती है। 2013 में सिंगापुर, अमेरिका और स्विट्जरलैंड के शोधकर्ताओं ने प्रशिक्षण ले रहे 37 पुरुषों पर छह हफ्तों के प्रशिक्षण के दौरान काफी तनाव घबराहट और अवसाद को देखा। इसके चलते उन्हें पेट संबंधी तकलीफ होने लगी थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इसी प्रकार घरों में रहने के दौरान कोरोना से घबराए लोगों को बदलते खानपान और कम व्यायाम के कारण पेट की बीमारियां घेर सकती हैं। ऐसे में उन्हें जी मिचलाना, गैस्ट्रिक अटैक, ऐंठन और उल्टी दस्त से जूझना पड़ सकता है। साथ ही कम व्यायाम के कारण आंतों की सक्रियता कम होने से कब्ज भी होने लगती है। शारीरिक तनाव के कारण खुजली और सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी बीमारियां भी घेर सकती हैं। जिन लोगों को मुहांसों की तकलीफ रहती है वह ज्यादा बढ़ सकती है। इसका बड़ा कारण तनाव से हार्मोन में आई तब्दीलियां होती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कई दफा अंगुलियों के नीचे ढकी अंगुलियों की त्वचा पर संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। वहीं, शारीरिक दर्द के कारण सिर के बाल गिरने की समस्या भी उभरने लगती है। अगर आपको भी लगता है कि आप तनाव से गुजर रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। व्यायाम और ध्यान जैसे घरेलू उपाय भी तनाव दूर करने में सहायक होते हैं।
(हिफी न्यूज)