ST की जनसंख्या का निरीक्षण करें पंचायती राज विभाग: DM

मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि निदेशक पंचायती राज उप्र लखनऊ के पत्र 19 दिसम्बर 2020 के सन्दर्भ में त्रिस्तरीय पंचायतों के विभिन्न पदों एवं स्थानों के आरक्षण हेतु वर्ष 2011 की ग्राम पंचायतवार जनगणना में अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या का पंचायती राज विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा निरीक्षण कराने के निर्देश दिये गये हैं। इन ग्राम पंचायतों में वास्तव में अनुसूचित जनजाति के लोग मौके पर निवास कर रहे है अथवा नहीं, इसकी जांच की जायेगी। उन्होंने बताया कि यदि किसी ग्राम पंचायत में अनुसूचित जनजाति की आबादी नहीं पायी जाती है, तो इस सम्बन्ध में निदेशालय/शासन स्तर पर आख्या प्रेषित की जाये।
जिलाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जनपद में तहसीदवार/विकास खण्डवार/ ग्राम पंचायतवार अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या का विवरण किया गया है। उन्होंने बताया कि तहसील मुजफ्फरनगर में विकास खण्ड पुरकाजी की ग्राम पंचायत भूराहेडी में वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 8 व लखनौती में 25 थी। विकास खण्ड सदर की ग्राम पंचायत सरवट में 22, शेरनगर में 2, नरा में 7, संधावली में 1 व बिहारी ग्राम पंचायत में 23 अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या थी। उन्होंने बताया कि विकास खण्ड बघरा की ग्राम पंचायत बुडीना खुर्द में 5, माण्डी में 12 व सैदपुरा खुर्द में 6 तथा विकास खण्ड चरथावल की ग्राम पंचायत कसौली में 9 अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या थी। जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील बुढ़ाना के विकास खण्ड बुढाना की ग्राम पंचायत इटावा में 3, भैंसाना में 12 व फुगाना में 16 अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या थी। तहसील खतौली के विकास खण्ड खतौली के ग्राम पंचायत मन्सूरपुर में 4, खेडी तगान में 1, खतौली ग्रामीण में 2, शेखुपुरा में 1 तथा कैलावंडा कला में 4 अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या थी। तहसील जानसठ के विकास खण्ड जानसठ के ग्राम पंचायत मुझेडा सादात में 6 तथा विकास खण्ड मोरना के ग्राम पंचायत करहेडा में 1 थी।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि वर्ष 2011 की जनगणना के आंकड़ों में उल्लिखित अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या की वास्तविक अवधारणा के सम्बन्ध में पंचायती राज विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्ट टीम गठित करते हुए उनसे उपरोक्त उल्लिखित ग्राम पंचायतों मे निरीक्षण करा लें कि ग्राम पंचायतों में वास्तव में अनुसूचित जनजाति के लोग मौके पर निवास कर रहे है अथवा नही। यदि किसी ग्राम पंचायत में उपरोक्त दर्शायी गयी वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या नही पायी जाती है, तो इस सम्बन्ध में पंचायती राज विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम की सुस्पष्ट आंख्या संयुक्त हस्ताक्षर उपरान्त जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय मुजफ्फरनगर में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। यह कार्य शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर एक सप्ताह के भीतर पूर्ण कराते हुए उपरोक्त समस्त ग्राम पंचायतों के सम्बन्ध में आंख्या जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय मुजफ्फरनगर का उपलब्ध करा दी जाये, ताकि इस सम्बन्ध में सूचना शासन स्तर को प्रेषित की जा सके।