आबकारी विभाग का मिशन-राजस्व वसूली में बड़ी उपलब्धि
मुजफ्फरनगर। कोरोना काल में पनपे आर्थिक संकट के दौरान नई व्यवस्था के साथ आर्थिक मोर्चे पर सामने आई चुनौतियों से निपटने में महती भूमिका निभाने वाले आबकारी विभाग ने कोरोना संकट काल में अनलाॅक के हर मौके को उपलब्धि में बदलने का काम किया है। अकेले मुजफ्फरनगर जनपद की ही बात करें तो यहां पर आबकारी विभाग शासन के निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक राजस्व प्राप्त करने में सफल रहा है। राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को भेदने के साथ ही मुजफ्फरनगर जनपद में आबकारी विभाग ने शराब माफियाओं की भी कमर तोड़ने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। बीते तीन महीनों में मुजफ्फरनगर आबकारी विभाग ने 1396 छापामार कार्यवाही करते हुए अवैध शराब का कारोबार करने में लिप्त लोगों के खिलाफ 180 मुकदमे दर्ज कराये और 40 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इन कार्यवाहियों के दौरान 1750 बल्क लीटर अवैध मदिरा बरामद की गयी। इन तीन महीने में मुजफ्फरनगर जनपद से आबकारी विभाग द्वारा कुल 91 करोड़ 45 लाख 61 हजार रुपये का राजस्व शासन के पक्ष में वसूल किया।
मार्च माह में जब कोरोना संकट का साया गहराया तो लाॅक डाउन में प्रदेश सरकार के समक्ष आर्थिक संकट भी विकराल होने लगा था, ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मार्गदर्शन और आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री, आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी एंव आबकारी आयुक्त पी गुरु प्रसाद के नेतृत्व में आबकारी विभाग ने आर्थिक संकट के इस दौर को अवसरों में बदलने का काम किया है। आबकारी विभाग ने यूपी में सेनिटाइजन निर्माण के लिए नई व्यवस्था के साथ काम किया तो लाॅक डाउन में ही शराब की बिक्री की व्यवस्था में बेहतर सफलता अर्जित की गयी। इसका असर यह रहा कि यूपी सरकार ने नई उपलब्धियों के साथ आर्थिक मोर्चे पर राज्य को मजबूती प्रदान की और इस उपलब्धि में मुजफ्फरनगर आबकारी विभाग का भी योगदान कमतर नजर नहीं आता है, आज जहां कमोबेश सभी विभाग राजस्व प्राप्ति के सरकार के लक्ष्य को हासिल करने में दूर खड़े नजर आते हैं, वहीं जनपद मुजफ्फरनगर में जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश ने अपनी टीम के साथ मिलकर शासन के लक्ष्य से अधिक राजस्व प्राप्त करके ऐसे विभागों को आईना दिखाने का काम किया है। यह उनकी कार्यशैली का ही परिणाम है कि आज जिले में आबकारी विभाग पिछले दो माह में शासन के लक्ष्य से अधिक राजस्व प्राप्त करने में सफल रहा है।
जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश ने पुलिस के साथ मिलकर जनपद में अवैध शराब की तस्करी और बिक्री को रोकने के साथ ही नकली शराब के कारोबार में लिप्त लोगों पर अंकुश लगाने, ओवर रेटिंग की समस्या को रोकने के लिए लगातार आकस्मिक छापामार अभियान चलाये। इसी का नतीजा रहा है कि यूपी में जहां कई जनपदों में अवैध और नकली शराब के कारण कई गंभीर घटनाएं सामने आयी, वहीं मुजफ्फरनगर इन मामलों से अछूता बना रहा। ओवर रेटिंग और मिलावटी शराब की बिक्री को रोकने के लिए जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश ने टीमें बनाकर लगातार शराब के ठेकों की निगरानी कराने का काम भी किया गया। जहां पर शिकायत के अनुसार शराब के ठेके पर समस्या मिली, वहां पर उन्होंने सख्त कार्यवाही की। हाल के दिनों में जानसठ क्षेत्र में जब एक शराब के ठेके पर ओवर रेटिंग का मामला पकड़ में आया तो उस पर भारी भरकम जुर्माना लगाया गया।
मुजफ्फरनगर जनपद में जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश के नेतृत्व में इस साल 2020 में अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर के महीनों में बड़ा अभियान चलाया गया। इन तीन महीनों में जहां जनपद में अवैध शराब तस्कर और नकली शराब का कारोबार करने वाले अपराधी टारगेट बने रहे, तो वहीं राजस्व लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी दिन रात काम किया गया। अगस्त माह में आबकारी विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर 478 छापे मारे गये। इनमें 65 मामले पकड़े जाने पर मुकदमे दर्ज कराये गये। इन मामलों में आबअकारी विभाग ने 4673 बल्क लीटर अवैध शराब बरामद की, 18 लोगों को अवैध शराब के कारोबार के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसी प्रकार सितम्बर माह में 442 छापामार कार्यवाही के दौरान अवैध शराब तस्करी और निर्माण व बिक्री के 54 मामले सामने आये, इनमें मुकदमे दर्ज कराने के साथ ही 12 लोगों की गिरफ्तारी की गयी। इस अभियान में कुल 7379.80 बल्क लीटर अवैध देशी विदेशी शराब बरामद कर जब्त की गयी। अक्टूबर के महीने में आबकारी विभाग द्वारा की गयी संयुक्त कार्यवाही के दौरान 476 छापे मारकर अवैध शराब की तस्करी व कारोबार में लिप्त 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। 61 मुकदमे अलग अलग थानों में दर्ज कराये गये। इस माह अभियान के दौरान 5449 बल्क लीटर अवैध मदिरा बराकद की गयी। तीन महीनों में 1750.80 बल्क लीटर अवैध शराब बरामद करने के साथ ही 40 अपराधियों को जेल भेजा गया। इस अभियान के कारण मुजफ्फरनगर में अवैध शराब के कारोबार में लिप्त अपराधियों की कमर तोड़ने का काम आबकारी विभाग ने किया। इसके साथ ही राजस्व प्राप्ति में भी आबकारी विभाग ने उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल की है।
अगस्त माह में शासन ने मुजफ्फरनगर आबकारी विभाग को 31 करोड़ 74 लाख रुपये का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य दिया था, इसके सापेक्ष विभाग द्वारा 95.75 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया। इस माह 30 करोड़ 39 लाख 37 हजार रुपये राजस्व प्राप्त किया गया। कोरोना संकट काल को देखते हुए लक्ष्य से मात्र 4 प्रतिशत से पिछड़ जाना कोई मायने नहीं रखता, लेकिन जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश को यह हल्की से कमी भी खलती रही। उन्होंने विभागीय स्तर पर राजस्व प्राप्ति की समीक्षा की और एक दृढ़ता के साथ यह भरोसा टीम को देने में जुटे रहे कि हम शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। उनके इस प्रोत्साहन का यह नतीजा रहा कि अगले महीनों में आबकारी विभाग रिकार्ड राजस्व प्राप्त कर पाया। सितम्बर माह के लिए शासन ने 28 करोड़ 68 लाख रुपये का लक्ष्य आबकारी विभाग को दिया था, इसके सापेक्ष 30 करोड़ 33 लाख 37 हजार रुपये वसूल किये गये। यह वसूली लक्ष्य के सापेक्ष 105.76 प्रतिशत रही। यहां पर लक्ष्य को भेदने में आबकारी विभाग सफल रहा तो अक्टूबर माह में यह जोश और भी ज्यादा बढ़ा और शासन के लक्ष्य 28 करोड़ 68 लाख रुपये के सापेक्ष 30 करोड़ 72 लाख 87 हजार रुपये का राजस्व हासिल किया गया। इस महीने का वसूली प्रतिशत 107.14 प्रतिशत रहा।
जिला आबकारी उदय प्रकाश ने बताया कि हमारा लगातार प्रयास रहा है कि जनपद को मिले राजस्व लक्ष्य का शत प्रतिशत हासिल किया जाये, ये हमारा सौभाग्य है कि हमने टीम वर्क के साथ काम किया और लक्ष्य से भी अधिक राजस्व हम जनपद से सरकार के पक्ष में वसूल करने में सफल रहे हैं।