हरेन्द्र मलिक बोले - हम किसान यूनियन के साथ
मुजफ्फरनगर। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद भाकियू के साथ आए कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि यदि देश में धरने-प्रदर्शन ना होते तो हम कभी भी देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद नहीं करा पाते। धरना-प्रदर्शन देशवासियों का मौलिक अधिकार है। लेकिन सरकार दमनचक्र के जरिए उसे दबाना चाहती है।
शुक्रवार को भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत के आह्वान पर शहर के महावीर चौक के निकट स्थित राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर आहूत की गई किसान महापंचायत में भाग लेने आए कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद चौधरी हरेंद्र मलिक ने कहा की धरना प्रदर्शन करना देशवासियों का मौलिक अधिकार है। इसी धरने प्रदर्शन और आंदोलन के सहारे हमारे महापुरुषों, नौजवानों, किसानों व बहन-बेटियों ने अंग्रेजों की दासता से भारत को आजाद कराया था। यदि देश में धरने प्रदर्शन ना होते तो हम कभी भी देश को अंग्रेज़ो के चंगुल से आजाद नही करा पाते। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार देश के कुछ धनपतियों व उद्योगपतियों के हितों की रक्षा के लिए किसानों पर नए कृषि कानून जबरदस्ती थोपना चाहती है और विरोध करने पर दमनचक्र के जरिए उनकी आवाज को दबाया जा रहा है। लेकिन किसान ऐसा नहीं नहीं होने देंगे और अपनी आवाज को बुलंद करते हुए धरने प्रदर्शन के सिलसिले को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हम नेता बाद में है और किसान पहले। इसलिए हम भाकियू और किसानो के हर संघर्ष में उसके साथ हैं और आगे भी रहेंगे। इस मौके पर पूर्व विधयक पंकज मलिक, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, पूर्व विधायक अनिल कुमार, राकेश शर्मा, राजीव बालियान, चंदन चैहान आदि मौजूद रहे।