DIG उपेंद्र ने किया थानों का वार्षिक निरीक्षण
मुजफ्फरनगर। जनपद के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे डीआईजी सहारनपुर उपेन्द्र कुमार अग्रवाल ने सिखेड़ा व मीरापुर थाने का वार्षिक निरीक्षण कर वहां का हाल जाना और क्षेत्र के चौकीदारों को हाडकंपाती ठंड के बचाव के लिये कम्बल व रोशनी के लिये टाॅर्च वितरित की।
डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल ने शनिवार को जनपद के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचकर दो थानों का वार्षिक निरीक्षण किया। डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल का काफिला सबसे पहले सिखेड़ा थाने में जाकर रूका, जहां उन्होंने शस्त्रागार और थाना कार्यालय का निरीक्षण करते हुए आपराधिक रजिस्टर, ग्राम अपराध रजिस्टर आदि अभिलेखों की जांच पडताल की। डीआईजी का सबसे ज्यादा ध्यान अभिलेखों के रखरखाव और थाना परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था पर केन्द्रित रहा। निरीक्षण के बाद डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल ने थाने में मौजूद चौकीदारों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। बातचीत करते हुए उन्होंने चौकीदारों की समस्याओं सुनी और उन्हें ठंड से बचने के लिये कम्बल दिये। इस दौरान डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल ने रोशनी के लिए उन्हें टाॅर्च भी वितरित की। वार्षिक निरीक्षण में जब सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक मिली, तो डीआईजी का काफिला मीरापुर थाने की ओर कूच कर गया।
मीरापुर पहुंचकर उन्होंने थाने का वार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शस्त्रागार, थाना कार्यालय, आपराधिक रजिस्टर, ग्राम अपराध रजिस्टर, एनसीआर रजिस्टर, जमानत तसदिक रजिस्टर, संपत्ति रजिस्टर, महिला उत्पीड़न आदि रजिस्टर का निरीक्षण कर उन्होंने मैस, शौचालय, कोविड-19 डेक्स, आवास, बेरिक, मालखाना, थाना परिसर आदि की साफ-सफाई व रखरखाव की व्यवस्थ की जांच पडताल की। इस मौके पर डीआईजी ने थाना क्षेत्र के समस्त ग्राम चौकीदारों को ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरित किए व रोशनी के लिए टॉर्च भी दी। इस दौरान थाने में हड़कंप मचा रहा। निरीक्षण के समय मौजूद रहे एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि सिखेड़ा व मीरापुर थाने के निरीक्षण के दौरान सभी कुछ सही पाया गया है। थाने के समस्त पुलिस कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है।
इस मौके पर एसपी देहात नेपाल सिंह, सीओ जानसठ शकील अहमद, इंस्पेक्टर मीरापुर संतोष त्यागी, एसएसआई प्रदीप चीमा, कस्बा इंचार्ज रविन्दर सिंह यादव, एसआई करण नागर, एसआई नवीन सैनी, एसआई अमरपाल, एसआई इंतजार अहमद, एसआई कर्मवीर सिंह, एसआई गंगाराम, आदि समस्त स्टॉफ मौजूद रहा। डीआईजी का काफिला निकल जाने के बाद ही थाना स्टाफ के शरीर में जान वापस लौटी।