दिये जलाने के बजाय किसानो के घरों में उजाला करे योगी सरकार- त्यागी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार पर किसानों की समस्या,महंगाई और कानून व्यवस्था के मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने के लिये लाखों दिये जलाने के बजाय सरकार अगर गन्ने का लाभकारी मूल्य दिलाने और गन्ने का बकाया भुगतान सुनिश्चित करने का काम करती तो लाखों किसानो के घरों में उजाला हो जाता।
त्यागी ने शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गन्ना किसानों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा गन्ना मूल्य का भुगतान और गन्ने का लाभकारी मूल्य है लेकिन सरकार किसानों के साथ विश्वासघात किया है। केन एक्ट के अनुसार गन्ने का भुगतान 14 दिन के अन्दर नहीं होने की स्थिति में किसानों को गन्ना मूल्य मय ब्याज के भुगतान करने का प्रावधान है सरकार के तानाशाही रवैया व पूंजीपति प्रेम के कारण मिले गन्ना किसानों का हजारों करोड़ों रुपये दबाए बैठी है फलस्वरूप गन्ना किसानों में घोर निराशा है। यूरिया की बोरी का वजन कम करके भी सरकार ने किसानों के साथ छल करने का काम किया है।
उन्होंने विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में छात्रसंघ बहाली की मांग का समर्थन करते हुये कहा कि राष्ट्रीय लोकदल छात्रों के साथ है। राज्य सरकार छात्रसंघों की बहाली की घोषणा करे। देश एवं प्रदेश में महंगाई चरम पर है। टैक्स के बोझ से जनता कराह रही है। उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर है और महिला उत्पीड़न की घटनाएं निरंतर बढ रही है। सरकार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। वर्तमान सरकार मे किसान, मजदूर, नौजवान, दलित अल्पसंख्यक सभी वर्ग अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं और बेरोजगारी चरम पर है युवा वर्ग आन्दोलित है।
संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामशीष राय राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे भी उपस्थित थे।