विराट-अनुष्का बने ब्लू ट्राइब के ब्रांड एंबेसेडर
नई दिल्ली। प्लांट-बेस्ड मीट प्रोडक्ट्स के घरेलू ब्रांड ब्लू ट्राइब को भारत के सबसे बड़े सेलिब्रिटी पावर कपल, अनुष्का शर्मा और विराट कोहली का साथ मिला है। ये दोनों कंपनी में निवेशक और ब्रांड एंबेसडर के तौर पर शामिल हुए हैं। यह सबसे पहला ब्रांड था, जिसने लोगों को उनकी जीवनशैली में सचेत परिवर्तन लाने की अपील करते हुए धरती को बचाने, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए प्लांट-बेस्ड मीट को अपनाए जाने के विचार-विमर्श के साथ शुरुआत की थी। प्लांट-बेस्ड मीट प्रोडक्ट्स के मुखर समर्थक और कट्टर पशु प्रेमी, अनुष्का-विराट अपना पैसा वहीं लगा रहे हैं जहां उनका दिल है।
अनुष्का और विराट खाने के बड़े शौकीन हैं जिन्हें दुनिया भर के व्यंजनों के साथ प्रयोग करना पसंद है। हालांकि, जानवरों और धरती के लिए अपने प्यार के कारण, उन्होंने वर्षों से मीट रहित जीवनशैली का पालन किया है। एक बार जब इस सेलिब्रिटी जोड़े ने पाया कि प्लांट-बेस्ड मीट स्वाद के मामले में 100% पारंपरिक मीट जैसा ही है, तो वह चौंक गए।
इस मामले में विराट और अनुष्का का नजरिया ब्लू ट्राइब के अनुरूप है,जो भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र में प्लां-बेस्ड मीट बनाने के मामले में अग्रणी होते हुए मीट खाने के तरीकों को नए सिरे से परिभाषित करने के अभियान पर सख्ती से काम कर रही है। उनके उत्पाद अनिवार्य रूप से मटर, सोयाबीन, दाल, अनाज और अन्य शाकाहारी सामग्रियों से बने होते हैं, जो यांत्रिक रूप से प्रोटीन, विटामिन और अन्य पोषक तत्वों को निकालते हैं। कंपनी को उसके अविश्वसनीय प्लांट-बेस्ड मीट की वैरायटी या किस्मों और प्रचार-ए-हरियाली-भविष्य के अभियानों के लिए बड़े पैमाने पर सकारात्मक समीक्षा और नेटिजन्स से प्रोत्साहन हासिल हुआ है।
विराट कोहली ने कहा, 'आखिरकार, मैं भी खाने का शौकीन हूं। मैं बड़ी मात्रा में कार्बन फुटप्रिंट छोड़े बिना उसी तरह के भोजन का आनंद लेना चाहता हूं। मुझे पता है कि बहुत से लोग ऐसा ही महसूस करते हैं। इसलिए मेरा मानना है, हम स्वाद को बदले बिना मीट पर अपनी निर्भरता को कम कर सकते हैं और हमारा यह फैसला धरती को बदलने की संभावना रखता है। यह वह जगह है जहां ब्लू ट्राइब गेमचेंजर साबित हो रहा है, जो वास्तव में स्वादिष्ट और अच्छे भोजन के बीच एक सही संतुलन बना रहा है।'
ब्लू ट्राइब की सह-स्थापना संदीप सिंह और निक्की अरोड़ा सिंह ने की है, जो भारत की खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में मीट के विकल्प की पेशकश करती है।
=वार्ता