गिरफ्तार 'हाइब्रिड' आतंकवादी छापेमारी के दौरान गोलीबारी में ढेर

गिरफ्तार हाइब्रिड आतंकवादी छापेमारी के दौरान गोलीबारी में ढेर

श्रीनगर, जम्मू कश्मीर में दो प्रवासी मजदूरों की हत्या के मामले गिरफ्तार लश्कर-ए-तैयबा का एक 'हाइब्रिड' आतंकवादी शोपियां जिले में छापेमारी के दौरान हुयी गोलीबारी में मारा गया। यह जानकारी पुलिस ने बुधवार को दी। उधर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हत्या की जांच की मांग की है। पुलिस ने बताया कि इमरान बशीर गनी एक 'हाइब्रिड' (यह शब्द पुलिस उन आतंकवादियों के लिए इस्तेमाल करती है, जो आतंकी घटनाओं में शामिल होने के बाद वापस सामान्य जीवन में लौट आते हैं, जिससे उनका पुलिस रिकार्ड नहीं बन पाता) आतंकवादी था। पूछताछ में उसके खुलासे के आधार पर मारे गये एक छापे के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान वह मारा गया। पुलिस ने बुधवार को एक ट्वीट कर कहा, "गिरफ्तार हाइब्रिड आतंकवादी के खुलासे के आधार पर पुलिस और सुरक्षा बलों ने छापेमारी की। इस दौरान शोपियां के नौगाम में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुयी, जिसमें हाइब्रिड आतंकवादी इमरान बशीर गनी की एक अन्य आतंकवादी की गोली लगने मौत हो गयी।" पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।तलाशी अभियान अभी भी जारी है।

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के हरमैन में सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को हुए ग्रेनेड हमले में उत्तर प्रदेश के कनौज निवासी दो श्रमिकों मनीष कुमार और राम सागर की मौत हो गई। इस संबंध में पुलिस ने शोपियां के हर्मेन निवासी लश्कर-ए-तैयबा के हाइब्रिड आतंकवादी इमरान गनी गिरफ्तार किया था। बाद में उसके सहयोगी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

उधर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष मुफ्ती ने 'हाइब्रिड' आतंकवादी इमरान की मौत पर सवाल उठाया और इस घटना की जांच की मांग की। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, "चाहे कश्मीरी पंडित पूरन भट की हत्या हो या उत्तर प्रदेश के श्रमिकों की या इमरान गनई की हत्या, जिसे पुलिस ने आतंकवादी करार दिया था, पीडीपी इन हर हत्या की निंदा करती है।

उन्होंने कहा कि ऐसे आरोप हैं कि इस तरह की हत्याएं 'पकड़ो और मारो' की नीति के तहत की गई हैं। उन्होंने कहा, "पंजाब में उथल-पुथल के दौरान भी इसी तरह की नीति का इस्तेमाल किया गया था और इस तरह की हत्याओं के आरोप लगे थे, क्योंकि युवाओं को उठाया जा रहा था और बाद में मार दिया जाता था। इस तरह की हत्याओं की गहन जांच होनी चाहिए।"

उन्होंने कहा, "हमें डर है कि स्थिति और खराब हो सकती है और जम्मू-कश्मीर में इस तरह की हत्याएं हो सकती हैं, क्योंकि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीखें करीब आ रही हैं तथा भाजपा हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेल रही है।" वहीं, नेशनल कांफ्रेंस के सांसद हसनैन मसूदी ने भी इमरान गनई की मौत मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा,"नागरिक हत्याओं की पूरी तरह से निंदा की जानी चाहिए और किसी भी आधार पर इसे माफ नहीं किया जा सकता है।"

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