65 साल के बुजुर्ग ने लिया ऐडमिशन- पहली कक्षा में पहुंचे पढ़ने
नई दिल्ली। आमतौर पर कहा जाता है कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है, लेकिन इसके लिए जज्बा दिखाते हुए इंसान के भीतर ललक भी होना जरूरी है। 65 साल के दिलावर खान ने शिक्षा हासिल करने के लिए पहली क्लास में दाखिला लिया है। इतनी उम्र में दाखिला लेकर दिलावर खान ने अब इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है।
दरअसल पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा के टिमरगारा इलाके में रहने वाले 65 साल के बुजुर्ग दिलावर खान को इच्छा उत्पन्न हुई कि वह पढ़ाई लिखाई करते हुए शिक्षा हासिल करें। अपने इरादे को मूर्त रूप देने के लिए शिक्षा के प्रति अपने जुनून को पूरा करने के लिए उन्होंने सरकारी प्राथमिक विद्यालय में उन्होंने दाखिला लिया। पहली कक्षा में दाखिला लेने वाले दिलावर खान जब पढ़ने के लिए क्लास में पहुंचे तो उन्होंने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया।
पहली कक्षा में एडमिशन लेते हुए शिक्षा हासिल करने के जज्बे को मूर्त रूप देते हुए अब दिलावर खान ने उन सामाजिक मानदंडों को भी तोड़ा है जिनमें आमतौर पर कहा जाता है की इतनी उम्र में शिक्षा ग्रहण नहीं की जा सकती है।
दिलावर खान के इस असाधारण फैसले को लेकर अब उनकी चारों तरफ प्रशंसा हो रही है। स्कूल प्रबंधन ने भी आजीवन सीखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा है कि उनके स्कूल में दाखिला लेने का समाज में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।