धोनी ने आखिरी ओवर रवींद्र जडेजा से कराने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा

धोनी ने आखिरी ओवर रवींद्र जडेजा से कराने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा

शारजाह। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मिली हार के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आखिरी ओवर ड्वेन ब्रावो की जगह रवींद्र जडेजा से कराने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि ब्रावो आखिरी ओवर डालने के लिए फिट नहीं थे।

चेन्नई ने फॉफ डू प्लेसिस (58) और अंबाटी रायुडू (नाबाद 45) की बेहतरीन पारियों की बदौलत 179 रन बनाए थे जिसके जवाब में दिल्ली ने शिखर धवन के नाबाद 101 रन की पारी की मदद से मैच पांच विकेट से जीता। दिल्ली को आखिरी ओवर में जीत के लिए 17 रन की जरुरत थी और धोनी ने जडेजा को गेंद करने के लिए भेजा।

धोनी ने कहा, ब्रावो आखिरी ओवर फेंकने के लिए फिट नहीं थे और मैदान से जाने के बाद वापसी नहीं कर पा रहे थे, इसलिए हमने जडेजा को गेंदबाजी के लिए भेजा। हमारे पास कर्ण शर्मा और जडेजा ही विकल्प थे तो मैंने जडेजा को चुना। शायद यह काफी नहीं था। शिखर का विकेट बहुत महत्वपूर्ण था और हमने उन्हें आउट करने के कुछ मौके गंवाए। वह ऐसे खिलाड़ी हैं कि अगर वह क्रीज पर रहते हैं तो स्कोर बोर्ड को बढ़ा देते हैं। शिखर मौके को भुनाते हैं और स्ट्राइक रेट को बरकरार रखते हैं।

उन्होंने कहा, "मेरे ख्याल से पिच नाजुक थी औऱ पहले तथा दूसरी पारी में बदलाव आया था। पिच दूसरी पारी में काफी बेहतर हो गयी थी और यह बल्लेबाजों को फायदा दे रही थी। लेकिन हमें जीत का श्रेय शिखर को देना होगा। उन्होंने काफी अच्छी बल्लेबाजी की और अन्य बल्लेबाजों ने भी उनका साथ दिया।"

कप्तान ने कहा, "मैदान में कुछ खास ओस नहीं थी जिससे पहली और दूसरी पारी में बदलाव आया। पहली पारी में रन बनाना थोड़ा मुश्किल भरा था लेकिन दूसरी पारी के मध्य ओवरों में रन बनाना आसान हो गया। इससे हम 10 रन पीछे रह गए और हमें दूसरी पारी में उन्हें 10 रन कम पर रोकना था। जब विपक्षी टीम ऐसी बल्लेबाजी कर रही हो तो उन्हें रोकना आसान नहीं होता।

वार्ता

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