विटामिन व पोषक तत्व- कोरोना से बचने के लिए चीनी खा रहे नीबू
नई दिल्ली। हमारे पड़ोसी देश चीन में कोरोना ने तबाही मचा रखी है। वहां कोरोना का बी एफ-7 बैरिएंट कहर बरपा रहा है। यह बी ए-5 का सब बैरिएंट है जो ओमिक्रान के सबसे व्यापक रूप से फैलने वाले सब बैरिएंट में से एक है। चीन के लोग कोरोना से बचने के लिए नीबू से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ा रहे हैं। नींबू एक औषधीय फल है और इससे बहुत सारे फायदे हमारे शरीर को मिलते हैं।
चीन दो साल से भी अधिक समय से कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। वैक्सीनेशन और कई तरह के प्रतिबंधों के बाद भी वहां लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। लोग अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए प्राकृतिक उपचारों की ओर रुख कर रहे हैं। ऐसे में चीन में नींबू की मांग बहुत बढ़ गई है। नींबू का व्यापार काफी फलफूल रहा है। सिचुआन के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत एन्यू में नींबू का व्यापार करने वाले वेन लगभग 130 एकड़ (53 हेक्टेयर) पर नींबू उगाते हैं, जो चीन में लगभग 70 फीसद नींबू पैदा करता है। उन्होंने कहा कि उनकी बिक्री पिछले सप्ताह के दौरान प्रति दिन 5 या 6 टन से बढ़कर 20 से 30 टन हो गई है।
वेन बताते हैं, नींबू की मांग में उछाल बीजिंग और शंघाई जैसे शहरों से हो रही है। वहां लोग कोरोना महामारी के खिलाफ नवीनतम लड़ाई में अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए विटामिन सी के तौर पर नींबू का इस्तेमाल खूब कर रहे हैं। चूंकि सर्दी और फ्लू की दवाएं कम चल रही हैं, लिहाजा लोग अब खुद को ज्यादा इम्यून बनाने के लिए नींबू का इस्तेमाल कर रहे हैं।
चीन में एक अन्य किसान लियू यंजिंग बताते हैं, नींबू की कीमतें पिछले चार या पांच दिनों में दोगुनी हो गई हैं। उन्होंने कहा कि वह पूरे देश से आने वाले ऑर्डर से निपटने के लिए दिन में 14 घंटे काम कर रहे हैं। नवीनतम उछाल से पहले नींबू 2 या 3 युआन प्रति आधा किलो या लगभग 30 से 40 अमेरिकी सेंट के हिसाब से बिक रहे थे। अब वे 6 युआन में बिकते हैं।
कोरोना महामारी से चीन के लिए अभी छुटकारा मिलता नहीं दिख रहा है। अमेरिका स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के नए अनुमानों के अनुसार, चीन के कड़े कोविड-19 प्रतिबंधों के बावजूद 2023 तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण विस्फोट हो सकता है और 1 लाख से अधिक मौतें हो सकती हैं।
पड़ोसी देश चीन में कोविड से त्राहिमाम मच गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अस्पतालों में व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। हजारों की संख्या में लोग जान गंवा रहे हैं। मौतों की संख्या लाखों में पहुंचने का अनुमान है। विशेषज्ञों का दावा है कि अगले 90 दिनों में चीन की 60 फीसदी आबादी और पृथ्वी की 10 फीसदी आबादी कोरोना संक्रमित हो सकती है। चीन में बिगड़े हालात के बीच महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग का एक ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। चीन में यह स्थिति तब है, जब शी-जिनपिंग की लीडरशिप वाला यह देश 'जीरो-कोविड पॉलिसी' को फॉलो करता है। कोरोना के मामलों में थोड़ी से भी तेजी आने पर शहरों में लॉकडाउन लगा दिया जाता है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चीन में कोविड का मौजूदा प्रकोप 27 अक्टूबर से शुरू हुआ। ग्लोबल टाइम्स ने 10 नवंबर को इस बारे में जानकारी दी। चीनी सरकार ने नियमों को और सख्त किया, लेकिन मामले बढ़ते चले गए और अब हालात बेकाबू हैं।
चीन में कोविड का जो वैरिएंट कहर बरपा रहा है, उसका नाम बीएफ-7 बताया जाता है। यह बीए-5 का एक सबवेरिएंट, जो ओमिक्रॉन के सबसे व्यापक रूप से फैलने वाले सब वैरिएंट में से एक है। महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने अपने ट्वीट्स की सीरीज में थर्मोन्यूक्लियर बैड शब्द का इस्तेमाल किया है। इसका मतलब है कि चीन में अस्पतालों की व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। अपने ट्वीट्स में एरिक ने चीन में कोविड की स्थिति, अंतिम संस्कार के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी और मुर्दाघरों में उमड़ रही भीड़ के बारे में बात की है।
नींबू का उपयोग प्राचीन काल से किया जाता है। नींबू की उत्पत्ति एशिया में हुई थी तथा नींबू पानी का पहला उपयोग भारत के असम और चीन में किया गया था। अधिकतर लोग नींबू के रस को पानी में मिलाकर सेवन करते है। भारत में घर की महिलायें कपड़ों के कठोर दागों को हटाने के लिए नींबू का उपयोग करती है। वैज्ञानिकों के अनुसार नींबू का उपयोग बहुत पहले से औषधि बनाने में किया जाता है। नींबू में कई तरह के विटामिन और पोषक तत्वों के गुण पाये जाते है जो शरीर की कई तरह की बीमारियों को दूर एवं मोटापा कम करने में सहायता करते है। नींबू में विटामिन ए, विटामिन बी 6, विटामिन सी, विटामिन इ, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, फास्फोरस, जस्ता, फोलेट, तांबा, पैंटोथेनिक एसिड, नियासिन थायमिन और कई तरह के प्रोटीन इत्यादि पोषक तत्व होते है। यह पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते है। शरीर का वजन कम करने या घटाने के लिए रोजाना गर्म पानी में नींबू का रस व शहद मिलाकर सेवन करंे। क्योंकि नींबू में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है। किडनी स्टोन के लिए नींबू के रस में सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से किडनी स्टोन की समस्या दूर होती है। नींबू के बीजों को पीसकर सिर पर लगाने से गंजेपन की समस्या दूर होती है। सिर पर बाल उग आते है। चंदन के लेप में नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से मुंहासे चले जाते है। चेहरा और निखर जाता है। नींबू का रस रक्त चाप को नियंत्रण करने में मदद करता है। रोजाना नींबू पानी का सेवन करें। दांतो का पीलापन दूर करने के लिए नींबू को काटकर नींबू के टुकड़े में नमक लगाकर दांतो पर रगड़े तथा दांतो पर रगड़ने से दांतो का पीलापन दूर हो जायेगा और आपके दांत पहले जैसे सफेद और चमकदार हो जायेगे। दाद या खुजली की समस्या को दूर करने के लिए नींबू के रस में नौसादर को पीसकर लगाले। दाद व खुजली की समस्या से राहत मिलेगी। नींबू त्वचा सम्बंधित सभी समस्याओं के लिए फायदेमंद होता है। नाखूनो पर नींबू रगड़ने से नाखुन साफ और चमकदार हो जाते है। यदि कोहनी का कालापन दूर करना है तो भी नींबू रगड़ सकते है। यह बहुत फायदेमंद होता है। पेट में गैस या अपच जैसी समस्याओ को दूर करने में नींबू पानी बहुत कारगर साबित होता है। विटामिन सी के चलते कोरोना से बचाता है। (हिफी)