एलर्जी वाले लोगों को कोरोना टीका नहीं लेना चाहिए: डाक
श्रीनगर। डॉक्टर्स एसोसिएशन कश्मीर (डाक) ने बुधवार को कहा कि जिन लोगों को कोरोना टीके के किसी भी घटक (अवयव) से एलर्जी है, उन्हें टीके की डोज नहीं लेनी चाहिए।
डाक के अध्यक्ष और इन्फ्लूएंजा विशेषज्ञ डॉ. निसार उल हसन ने कहा,"यदि आपको टीके के किसी भी घटक से एलर्जी है, तो आपको इसे न लेने की सलाह दी जाती है।" उन्होंने हालांकि कहा कि अगर किसी व्यक्ति का एलर्जी का इतिहास है जो कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित नहीं है जैसे कि भोजन, दवा, लेटेक्स, कीड़े और पर्यावरणीय कारण, तो वह टीका लगवा सकता है।
डा. हसन ने कहा कि कश्मीर में अभी दो कोरोना टीके इस्तेमाल किए जा रहे हैं - कोवैक्सिन और कोविशील्ड। इन टीकोंं को ऊपरी बांह की डेल्टॉइड मांसपेशी में लगाया जाता है और फिलहाल इन टीकों की दो-डोज का शेड्यूल निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा,"कोवैक्सिन में निष्क्रिय / मारे गए कोरोनावायरस होते हैं और वैक्सीन के अन्य तत्व एल्युमिनियम हाइड्रॉक्साइड जेल, टीएलआर 7/8 एगोनिस्ट (इमिडाज़ोक्विनोलिनोन), 2-फेनोक्सीथेनॉल और फॉस्फेट बफर सलाइन मिले हुए हैं।"
उन्होंने कहा,"कोविशील्ड में कमजोर एडीनोवायरस होता है जो कोरोना स्पाइक प्रोटीन को कूटबद्ध करता है। टीके में अन्य घटक एल-हिस्टिडाइन, एल-हिस्टिडाइन हाइड्रोक्लोराइड मोनोहाइड्रेट, मैग्नीशियम क्लोराइड हेक्साहाइड्रेट, पॉलीसोर्बेट 80, इथेनॉल, सुक्रोज, सोडियम क्लोराइड, डिसोडियम एडिट डाइहाइड्रेट और इंजेक्शन के लिए पानी मिश्रित है।"
डा. हसन ने कहा कि,"यदि आपको उपरोक्त किसी भी यौगिक से एलर्जी है, तो आपको टीके लगाने से बचना चाहिए।"
डाक अध्यक्ष ने कहा,"यदि आपको पहले टीके के अवयवों से अपनी एलर्जी के बारे में पता नहीं था और आप पहले ही पहली खुराक ले चुके हैं और एलर्जी की प्रतिक्रिया विकसित हो चुकी है, तो आपको उस टीके की दूसरी खुराक नहीं लेनी चाहिए।"
वार्ता