मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ थमाया नवजात- दफनाने पहुंचे तो रह गए हैरान
नई दिल्ली। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों एवं कर्मचारियों की महिमा को शायद भगवान भी नहीं जान सकता है। धरती पर दूसरा भगवान माने जाने वाले डॉक्टरों ने जीवित नवजात का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया और नवजात समेत परिजनों को सौंप दिया। नवजात के शरीर को लेकर कब्रिस्तान में दफनाने पहुंचे परिजन उस समय आश्चर्यचकित रह गए जब मृत बताया गया नवजात जीवित निकला।
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जनपद के सरकारी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक महिला को प्रसव क्रिया के लिए ले जाया गया था। प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल में भर्ती कराई गई महिला ने बच्चे को जन्म दिया तो डॉक्टरों ने कहा कि नवजात प्रीमेच्योर है। इसके 3 घंटे बाद डॉक्टरों ने परिवार के लोगों को जानकारी दी कि नवजात की मौत हो गई है। परिवार के लोग डॉक्टरों द्वारा शॉप पर गए नवजात के शव को दफनाने के लिए कब्रिस्तान में पहुंचे तो पता चला कि उसकी सांसे पूरी तरह से चल रही है।
वह तुरंत फिर से बच्चे को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे, लेकिन थोड़ी देर बाद बच्चे की मौत हो गई। परिवार के लोगों का कहना है कि अगर बच्चे का समय रहते इलाज कर दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। बच्चे के पिता ने कहा है कि बच्चे की मौत नहीं हुई है बल्कि अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा लापरवाही के चलते उसकी हत्या की गई है। अस्पताल की लापरवाही के चलते उसके बच्चे की जान चली गई है।