अस्पताल में व्हीलचेयर पर कोरोना पीड़िता ने दम तोड़ा
सिरसा। हरियाणा में यहां कोरोना पीड़ित महिला को समय पर उपचार नहीं मिलने से उसने गत सोमवार रात एक निजी अस्पताल के बाहर व्हीलचेयर पर ही दम तोड़ दिया।
महिला तुलसो देवी(60) के परिजन ईलाज के लिये उसे लेकर शहर के अनेक अस्पतालों में भटकते हुये एक निजी अस्पताल में सोमवार दोपहर 12 बजे पहुंचे थे। महिला को व्हीलचेयर पर अस्पताल के बाहर ही बिठा कर रखा गया था लेकिन लगभग छह घंटे तक उपचार के लिए इंतजार करते हुए उसने व्हीलचेयर पर ही दम तोड़ दिया। जिले के सुचान गांव के अमर सिंह ने बताया कि वह कोरोना पीड़िता को लेकर राज्य सरकार के सूचीबद्ध एक निजी अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के स्टॉफ ने उन्हें व्हीलचेयर दी जिस पर महिला को गाड़ी से उतार कर बिठा दिया गया। स्टॉफ ने बैड और ऑक्सीजन की कमी बताई तथा इंतजार करने को कहा। वह घंटों इंतजार करते रहे और स्टॉफ से ईलाज की गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने नहीं सुनी और पीड़िता ने वहीलचेयर पर ही दम तोड़ दिया। इसकी जानकारी जब अस्पताल स्टॉफ को लगी तो चिकित्सक और स्टॉफ वहां पहुंचा लेकिन तब मरीज दम तोड़ चुका था।
इस संदर्भ में जब अस्पताल के चिकित्सक डा. अंजनी अग्रवाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि महिला मरीज को उसके परिजन अस्पातल लेकर आए थे। इससे पहले वे कई अस्पतालों में गए लेकिन बैड आदि नहीं मिला। उनके पास भी बैड और ऑक्सीज़न की किल्लत को लेकर परिजनों को बताते हुए मरीज को दाखिल करने से मना कर दिया। वाहन के इंतजार में परिजन मरीज को लेकर अस्पताल परिसर के बाहर बैठे रहे जिसके बारे उन्हें पता नहीं था। शाम के समय जैसे ही उन्हें महिला की मौत की सूचना मिली तो वह अपने स्टॉफ के साथ महिला को सम्भालने देखने पहुंचे लेकिन परिजनों ने उसे अस्पताल में नहीं लाने दिया। उन्होंने बताया कि पृथम द्रष्टया महिला को कोरोना ही था।
इस संदर्भ में जिला उपायुक्त प्रदीप कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में मामला आया है जांच कराएंगे। परिजनों को मरीज को निजी के बजाय नागरिक अस्पताल लेकर जाना चाहिए था।
वार्ता