पालिका चुनाव की हार के बाद किस मुंह से सीएम के सामने जाएंगे भाजपाई!
खतौली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुधवार को तहसील क्षेत्र के गांव तुलसीपुर में आने का कार्यक्रम निर्धारित होने के बाद अब क्षेत्रवासियों की निगाह इस बात पर जाकर टिक गई है कि नगर पालिका चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा नेता और कार्यकर्ता क्या मुंह चुराते हुए कार्यक्रम से दूर रहेंगे या पहले की तरह अपना चेहरा दिखाने और उल्लू सीधा करने के लिए सीएम के कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बृहस्पतिवार को खतौली तहसील एवं थाना क्षेत्र के गांव तुलसीपुर में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम शासन की ओर से विधिवत रूप से जारी कर दिया गया है। बृहस्पतिवार को सीएम का इलाके के गांव तुलसीपुर में पहुंचना सुनिश्चित होने के बाद अब क्षेत्रवासियों की निगाह इस बात पर जाकर टिक गई है कि नगर पालिका परिषद के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को मिली हाहाकारी हार के बाद भाजपाई आखिर किस मुंह से सीएम के कार्यक्रम में हिस्सा ले पाएंगे।
वैसे ज्यादातर लोगों का मानना है कि स्थानीय भाजपाइयों पर पार्टी उम्मीदवार की हार का कोई ज्यादा असर नहीं पड़ा है और वह पहले की तरह अपना मुंह दिखाने के लिए सीएम के आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी कर स्वयं को सबसे बड़ा भाजपाई दिखाने की कोशिश करेंगे। आम जनमानस का मानना है कि मौजूदा भाजपाइयों में अनेक नेता ऐसे हैं जो सत्ता की मलाईदार आइसक्रीम खाने के लिए पार्टी के झंडाबरदार बने हुए हैं। भाजपा की भले ही कहीं चौतरफा हार होती रहे, इन्हें उससे कोई लेना देना नहीं है।
पालिका चुनाव में मिली हार का असली दुख तो उन भाजपाइयों को है जो दिन रात पार्टी और संगठन की मजबूती के लिए काम में जुटे रहते हैं और कार्यक्रमों में अपना मुंह दिखाने से बचते हैं। देखा जाए तो लोगों के यह विचार गलत भी नहीं है क्योंकि नगर पालिका परिषद के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को जितनी वोट हासिल हुई है उससे कहीं ज्यादा तो भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता खतौली इलाके में मौजूद रहकर स्वयं को सबसे बड़ा भाजपाई दिखाने में जुटे रहते हैं।