गए थे अग्निवीर बनने- अब नटवरलाल बनकर पुलिस झमेले में फंसे
कानपुर। केंद्र सरकार की ओर से सेना में नौकरी के लिए चलाई जा रही अग्निवीर भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करके शामिल होने की उम्मीद लेकर पहुंचे नटवरलालों को अब पुलिस के झमेले में फंसना पड़ गया है। मार्कशीट में जन्मतिथि को लेकर की गई हेरफेर के पकड़ में आने के बाद आधा सैकड़ा से अधिक युवाओं को अग्निवीर बनने से पहले ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। अब तहरीर मिलने पर पुलिस इन सभी नटवरलाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही करेगी।
दरअसल कानपुर के अर्मापुर ग्राउंड पर सेना में नौकरी के लिए अग्निवीर भर्ती परीक्षा का शारीरिक टेस्ट चल रहा है। मानक के मुताबिक दौड़ और उसके बाद शारीरिक नापतौल में फिट पाए जाने वाले 50 अभ्यर्थियों के दस्तावेज जांच के दौरान फर्जी पाए गए हैं। नटवरलाल बने इन अभ्यर्थियों ने अपनी जन्मतिथि में हेरफेर करते हुए अपनी उम्र को कम कर लिया था। लेकिन सेना के अफसरों द्वारा जब कागजातों की ऑनलाइन जांच की गई तो नटवरलालो की करतूत का कच्चा चिट्ठा खुलकर सामने आ गया। इसके बाद इन सभी को सेना ने हिरासत में ले लिया और अर्मापुर थाने को सूचना दी। जांच पड़ताल के बाद इन सभी 50 अभ्यर्थियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने बताया है कि अर्मापुर में चल रही अग्निवीर भर्ती परीक्षा में जांच के दौरान दस्तावेजों में फर्जी करने फर्जीवाड़ा करने के दोषी पाए गए अभ्यर्थियों के खिलाफ यदि सेना के अफसरों की ओर से तहरीर दी जाती है तो मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।