उम्मीदों पर फिरा पानी - भाजपा पदाधिकारी नहीं लड़ सकेंगे पंचायत चुनाव
लखनऊ। भाजपा का कोई भी पदाधिकारी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेगा। यदि कोई चुनाव लड़ने का इच्छुक है तो चुनाव लड़ने से पहले उसे अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। पदाधिकारियों के परिवार के सदस्य भी पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
भारतीय जनता पार्टी की नवगठित प्रदेश कार्य समिति की पहली बैठक राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित की जा रही है। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। मौजूदा समय में चल रही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित की जा रही इस बैठक का खास महत्व है। रक्षा मंत्री राजनाथ राजनाथ सिंह ने कार्यसमिति की बैठक का उद्घाटन किया। प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य ने इसके बाद आयोजित हुए सत्रों में राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। राजनीतिक प्रस्ताव में मोदी सरकार की 6 वर्ष की उपलब्धियां गिनाते हुए किसानों, महिलाओं और युवाओं के कल्याण एवं रोजगार से जुड़ी योजनाओं को पेश किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से 4 साल में प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, आदि मुख्य आदि योजनाओं का ब्यौरा पेश किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गरीब मां की कोख से पैदा हुआ व्यक्ति भाजपा में ही अध्यक्ष-प्रधानमंत्री बन सकता है। भाजपा का कार्यकर्ता पद व कद की सीमा से ऊपर है। उसे इसमें बांधा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपने पद के कारण बड़ा नहीं होता बल्कि अपनी कृतियों के कारण होता है। उन्होंने कहा कि निस्वार्थ भाव से परिश्रम करें, इसी से प्रतिष्ठा हासिल होती है। ऐसे व्यक्ति को वह सम्मान हासिल होगा जो पद पर बैठे व्यक्ति को शायद ही अर्जित हो। कार्यसमिति की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए कहा गया है कि भाजपा का कोई भी पदाधिकारी पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेगा। अगर कोई भाजपा पदाधिकारी चुनाव लड़ने का इच्छुक है तो उसे पंचायत चुनाव लड़ने से पहले अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। कार्यसमिति की बैठक में यह भी तय किया गया कि पदाधिकारियों के परिवार के सदस्य भी पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।