छह लाख की फिरौती के लिए अपहृत बच्चे बरामद-सीएम ने दिया ईनाम

छह लाख की फिरौती के लिए अपहृत बच्चे बरामद-सीएम ने दिया ईनाम

नैनीताल । उत्तराखंड के बागेश्वर से छह लाख रुपये की फिरौती के लिये अपहृत दो नाबालिग बच्चों को पुलिस द्वारा सकुशल बरामद कर चार अपहृताओं को गिरफ्तार करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस की कार्रवाई से खुश होकर उन्हें एक लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।

अल्मोड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसएसपी पकंज भट्ट ने बताया कि बुधवार को बागेश्वर के कपकोट से दो नाबालिग बच्चों के अपहरण की सूचना मिली थी। मुख्यमंत्री धामी एवं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी नीलेश आनंद भरणे और एसएसपी को अपहृताओं को तत्काल गिरफ्तार करने और बच्चों की सकुशल रिहाई के निर्देश दिये।

श्री भट्ट ने बताया कि बच्चों की सकुशल रिहाई के लिये पुलिस के साथ ही अल्मोड़ा और बागेश्वर की एसओजी के जवानों की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। पुलिस ने अपहर्ताओं का पीछा कर अल्मोड़ा के बेस तिराहा पर वाहन को रोकने की कोशिश की लेकिन अपहर्ता हल्द्वानी की ओर फरार हो गये।

इसके बाद एसओजी की टीम ने अपहर्ताओं को खैरना के पास छेड़ा से गिरफ्तार कर लिया और दोनों नाबालिग बच्चों को अपहर्ताओं के चंगुल से सकुशल रिहा करा लिया। भट्ट ने बताया कि गिरफ्तार अपहर्ताओं में विशाल आगरी निवासी पालड़ी छीना, पो. चौगवछीना, झिरौली, बागेश्वर और हाल निवासी पुलिस लाइन, रूद्रपुर, उधमसिंह नगर, विकास पांडे निवासी आवास विकास, न्यू एलआईसी कालोनी, रूद्रपुर, उधमसिंह नगर, कमल कुमार आर्य, शिवनगर वार्ड नंबर-2, ट्रांजिट कैम्प, नौगपानाय, खटीमा, उधमसिंह नगर, हाल निवासी शिवनगर, ट्रांजिट कैम्प, रूद्रपुर, उधमसिह नगर, व नीरज टाकुली निवासी ग्राम सूपी, थाना कपकोट, बागेश्वर शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि घटना में एक अन्य अभियुक्त मोहित टाकुली ग्राम सूपी, कपकोट, बागेश्वर भी शामिल है और नीरज और मोहित टाकुली अपहरण के मुख्य सूत्रधार हैं। बाद में अपहरणकर्ता मोहित को बागेश्वर में उतारकर बच्चों को लेकर फरार हो गये।

भट्ट के अनुसार चारों आरोपी कपकोट क्षेत्र में चरस की तस्करी के लिये गये थे लेकिन जब चरस उपलब्ध नहीं हुई तो उन्होंने अपहरण की योजना बनायी। इसी दौरान दवाई लेने अस्पताल जा रहे कपकोट के गांसी गांव के 16 और 13 साल के दो नाबालिग बच्चे का अपहरण कर लिया। अपहर्ताओं ने बच्चों के फोन से उनके अभिभावकों को फोन कर छह लाख रूपये फिरौती की मांग की।

इससे बच्चों के घरवालों में हड़कंप मच गया और गांसी निवासी हर सिंह की ओर से पुलिस को अपहरण की सूचना दी गयी। अपहर्ताओं ने अपहृत बच्चे के खाते से एटीएम से 25000 रुपये की रकम निकाल ली। रास्ते में तीन हजार रुपये की बीयर भी खरीदी। इसी दौरान अभिभावकों की ओर से बच्चों के खाते में जमा की गयी 37000 रुपये की रकम को अपने खातों में गूगल पे से ट्रांसफर कर ली।

यही नहीं अपहर्ताओं ने बच्चों के अभिभावकों से शेष रकम लाने के लिये तय स्थान पर लाने को कहा लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अपहर्ताओं के पास से मोबाइल फोन और खाते से निकाली रकम के अलावा घटना में प्रयुक्त वाहन को भी बरामद कर लिया है।

नैनीताल दौरे पर आये मुख्यमंत्री धामी को जब डीआईजी भरणे ने अपहर्ताओं की गिरफ्तारी एवं बच्चों की रिहाई की सूचना दी तो उन्होंने डीआईजी को पुलिस टीम को एक लाख रुपये की राशि पुरस्कार के रूप में देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा पुलिस के काम की सराहना करते हुए एसएसपी को बधाई दी है।

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