बोले सुरेश राणा- योगी सरकार ने किसानों के हित में किये बड़े काम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी मिल विभाग के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में 25 रुपये की वृद्धि करने के घोषणा के लोकभवन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए गन्ना विभाग की उपलब्धियों पर चर्चा की।
मीडिया से बातचीत करते हुए गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता एवं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से एंव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जो संकल्प लिया कि उत्तर प्रदेश में किसानों की आय दोगुना करनी है और मैं कह सकता हूं कि जिस गति के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। उसमंे किसानों के लिए अभूतपूर्व फैसले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लागू किए हैं। उन्होंने कहा कि उसी क्रम में उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को लेकर लगातार मुख्यमंत्री जी द्वारा किसानों के हित के फैसले किए गए हैं। मैं लगातार इस विषय को कहता हूं कि अगर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आई थी तो उस समय गन्ना किसान में निराशा का माहौल था।
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश था कि चाहे गन्ना भुगतान या बंद चीनी मिलों को शुरू करना हो चाहे किसान को तकनीक के साथ जोड़ने का विषय हो उसका परिणाम है कि बहुत तेजी के साथ उत्तर प्रदेश में गन्ना किसान ने सरकार के साथ कदम से कदम मिलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मैं फिर से कहता हूं कि चीनी मिलों में जहां बसपा सरकार ने 5 वर्षों में उत्तर प्रदेश में किसान की गाड़ी कमाई से बने 21 शुगर मिलों को कोडियांे के दाम बेचा गया था, वहीं 19 चीनी मिलों को बंद कर दिया गया था। समाजवादी पार्टी की सरकार में 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश में 11 चीनी मिलों को बंद किया मानव 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश में 213 एमिली बैठ गई 21 चीनी मिलें बेची गई और 30 चीनी मिलों को बंद किया गया था। उन्होंने कहा कि मैं बधाई दूंगा योगी आदित्यनाथ जी को जो किसानों को हमेशा अपने एजेंट पर रखते हैं। इसलिए उन्होंने साढ़े 4 वर्षों में जहां एक भी शुगर मिल को 1 दिन भी नहीं होने दिया, वहीं पिपराइच मुंडेरवा रमाला मैंने शुगर मिल स्थापित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि मेरठ की मोहिद्दीन पुर के साथ-साथ डेढ़ दर्जन शुगर मिलों की वृद्धि क्षमता के साथ काम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। हर विषय को जो किसान हित में है उन्होंने करने का काम किया है।
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि जब भाजपा की योगी सरकार आई थी तो इस वक्त पिछले 8 वर्षों का किसानों का गन्ना भुगतान बकाया था। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री बनते ही गन्ना किसानों का बकाया भुगतान कराने का मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में गन्ना विभाग ने करने का काम किया है। उसी का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश का किसान कदम से कदम मिलाकर योगी सरकार के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से अभिनंदन करूंगा उत्तर प्रदेश के करोड़ों गन्ना परिवार और गन्ने के साथ जुड़े हुए तमाम लोगों की तरफ से मैं माननीय मुख्यमंत्री का अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि कल मुख्यमंत्री जी ने गन्ना मूल्य में उत्तर प्रदेश में 25 की बढ़ोतरी की है। गन्ना मूल्य 350 कुंटल करने का काम किया है, वहीं 25 रुपया बढ़ाकर गन्ना किसानों के हित के लिए बड़ा काम किया है।
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस गन्ना मूल्य वृद्धि से आगामी सत्र में गन्ना किसानों को लगभग 4000 करोड रुपए का सीधा फायदा होने वाला है। तमाम उन पहलुओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छुआ जो किसान के आगे बढ़ा सके। उन्होंने कहा कि इसमें एक बिंदु महत्वपूर्ण यह है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आई थी 2016-17 में हमारी जो 3 प्रजातियां हैं अग्रेती प्रजाति, सामान्य प्रजाति एवं उत्तर प्रदेश में इनका प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि हमारी जो अग्रती प्रजाति, जिसका भाव सबसे ज्यादा होता है। उसका प्रतिशत 52.83 था। मैं प्रसन्नता के साथ योगी जी की प्रबध्ंान के कारण उनकी तकनीक के कारण आज उत्तर प्रदेश में जो अग्रती प्रजाति है आज उसका प्रतिशत है 97.92 प्रतिशत। यह इस ओर इशारा करता है कि किस तरह तकनीक के साथ किसान को जोड़कर विभाग ने दिन-रात मेहनत करके मुख्यमंत्री के निर्देश पर उनके कुशल नेतृत्व में किसान को समृद्ध करने का जो निरंतर प्रयास किया है। उसी का परिणाम है जो आज 97.92 प्रतिशत तक हम अग्रती प्रजाति को लेकर के आये हैं। जो अग्रति प्रजाति का भाव है 350 प्रति कुंतल वो उत्तर प्रदेश में 98 प्रतिशत किसानों को मिलने वाला है।
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि हम लोगों के बेहतर काम का ही परिणाम है कि सामान्य जाति का जो क्षेत्रफल है वो मात्र 2.01 प्रतिशत और जो रिजेक्टिड वेराइटी है, जो किसान को परेशान करती थी वजन कम होता था गन्ना सूखता था कम आमदनी होती थी। वो प्रजाति 0.7 प्रतिशत केवल रह गई है। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री जी की प्ररेणा से उत्तर प्रदेश आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी द्वारा किसानों के हित में शानदार फैसला किया गया है। हम लोगों ने लगातार एक-एक विषय का फोकस करने का काम किया है और यदि हम उन तमाम विषयों की ओर ध्यान आकर्षित करेंगे। मैं समझता हूं कि यह सारी चीजें स्पष्ट हो जाती है।
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने अपने इस योगी सरकार के कार्यकाल में साढ़े चार वर्षों के किस तरह से गन्ना किसानों को फोकस किया। उन्होंने कहा कि जब हम गन्ना किसान की आय की बात करते हैं तो उसमें मूल्य भी आता है, पैदावार भी आती है, बहुत सारी चीजें उसके साथ जुडती हैं। मैं पैदावार की बात करूं तो 2016-17 में उत्तर प्रदेश में जो पैदावार थी जो 66 टन प्रत्येक हेक्टेयर थी। आज उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की जो पैदावार है, वो 81.5 टन प्रत्येक हेक्टेयर है। उन्होंने कहा है कि आज जो पैदावर देश में कहीं सर्वाधिक है वह उत्तर प्रदेश में है। जहां 71 टन प्रत्येक हेक्टेयर का देश का है, वहां उत्तर प्रदेश का एवरेज 81.5 टन प्रत्येक हेक्टेयर का है। उत्पादन बढ़ाने का हो या किसानों को जोड़ने का हो। सारे विषयों पर हम लोगों ने फोकस करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के 5 वर्षों में गन्ने की पैराई 2918 लाख टन हुई और भाजपा के चार साल के कार्यकाल में 4289 लाख टन हुई है इससे स्पष्ट हो जात है कि हम लोगों ने गन्ना किसानों पर कितना फोकस किया है।