तकनीक के क्षेत्र में शोध का दायरा बढ़ाने की जरूरत- कोविंद
कानपुर । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तकनीकी क्षेत्र में शोध का दायरा बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुये कहा कि तकनीक के जरिये ही कोई देश विकासशील से विकसित देश की श्रेणी में पहुंच सकता है।
अपने गृहनगर कानपुर के तीन दिवसीय दौरे पर आये कोविंद ने शनिवार को शहर के प्रबुद्धजनों से मुलाकात की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के निदेशक प्रो अभय करंदीकर से मुलाकात के दौरान उन्होने कहा कि भारत ने तकनीक के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है मगर अभी भी तकनीकी शोध का दायरा और बड़ा करने की जरूरत है जिसके बूते देश विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में शुमार हो सकता है। उन्होने अपेक्षा की कि देश के सभी प्रौद्योगिकी संस्थान इस पर अधिक ध्यान केन्द्रित करेंगे।
सर्किट हाउस में पत्नी सविता कोविंद और परिजनो के साथ ठहरे कोविंद से प्रवास के दूसरे दिन मिलने वालों का तांता लगा रहा। राष्ट्रपति ने प्रदेश के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के साथ-साथ अपने पुराने दोस्तों, शिक्षाविदों, डाक्टरों और उद्योगपतियों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। दिनभर में कुल 85 लोगों से मुलाकात राष्ट्रपति ने की जिनमें आई आईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो.विनय पाठक, एचबीटीयू के कुलपति प्रो शमशेर, सीएसए के कुलपति डा डीआर सिंह आदि रहें।
सीएसजेएमयू के कुलपति विनय पाठक ने विश्वविद्यालय में पुरातन साइंस पर शोध कराने और सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना करने का आग्रह किया। राष्ट्रपति ने उन्हें मदद के लिए आश्वस्त किया और इसके साथ ही एल्युमिनाई फंड बढ़ाने का सुझाव दिया। राष्ट्रपति ने भी पिछले दौरे पर फंड में राशि दी थी। वर्तमान दौर कोरोना महामारी में आईआईटी के ओर से किये गये शोधों पर भी चर्चा की गई। एचबीटीयू के कुलपति प्रो. शमशेर ने उन्हें एचबीटीयू के समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया। शिक्षा जगत की प्रमुख हस्तियों में से एक ओंकारेश्वर विद्यालय के संस्थापक व राष्ट्रपति के मित्र डा. अंगद सिंह ने भी पुराने दिनों की भांति आत्मीयता के साथ राष्ट्रपति से मिले।
राष्ट्रपति से मिलकर निकले सेवानिवृत्त सीएमएस डा. पीएस बाजपेई ने बताया कि राष्ट्रपति से उनके संबंध बेहद पुराने हैं, जिस समय वह वकालत करते थे तब से वह उन्हें जानता हूं। कोविंद ने खुद उनसे मुलाकात करने की इच्छा जाहिर की थी।
उद्योगपति सुनील सेठ ने बताया " राष्ट्रपति उनके दिवंगत पिता पूरन चंद्र सेठ के दोस्त हैं। हमारे परिवार के महामहिम से पारिवारिक संबंध हैं। वह हम सभी को परिवार की तरीके मानते हैं। आज मुलाकात के दौरान उन्होंने पूरे परिवार की हालचाल पूछे हैं हमारे पिताजी से बहुत गहरे संबंध थे लगभग 25 साल पुराने सम्बंध हैं।"
भाजपा दक्षिण की जिलाध्यक्ष डा वीना आर्य पटेल ने बताया कि आज उनकी मुलाकात राष्ट्रपति से हुई है। उन्होने पीएसएल कंपनी में लोगों के करोड़ों रुपये फंसे होने को लेकर महामहिम से निवेदन किया कि सेबी के माध्यम से जल्द से जल्द इसका निस्तारण कराया जाए। उनकी तरफ से आश्वासन दिया गया है जल्द से जल्द लोगों के फसा हुआ पैसा दिलवाया जाएगा।
वार्ता