जनविश्वास की प्रतीक भाजपा स्थापित कर रही है नये आयाम: योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि जन विश्वास की प्रतीक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार नित्य नये आयाम स्थापित कर रही है जबकि परिवारवाद और जातिवाद की पोषक समाजवादी पार्टी (सपा),बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस लगातार सिमटती चली जा रही है।
अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल का 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा गठबंधन को प्रचंड बहुमत देकर जिस उद्देश्य के साथ अपना आशीर्वाद दिया था, वह जीत का सिलसिला जन विश्वास का प्रतीक नित नए आयाम स्थापित कर रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश के स्थानीय प्राधिकार के चुनाव 36 सीटों पर संपन्न हुए जिसमें से 33 सीटें भाजपा जीती जबकि तीन सीटें निर्दलीयों ने जीती। बसपा,सपा और कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। 87 वर्षों बाद यह पहला मौका है जब उत्तर प्रदेश में उच्च सदन कांग्रेस विहीन हुआ। इस दौरान आजमगढ और रामपुर में हुये उप चुनाव में जनता ने भाजपा को अपना आशीर्वाद दिया। ये दोनो सीटे सपा के पास थी।
उन्होने कहा कि 25 मार्च को सरकार के दूसरे कार्यकाल में हमने शपथ लिया। 37 साल बाद प्रदेश में यह मौका आया था जब किसी सरकार ने अपने पांच साल पूरा करने के बाद दूसरी बार शपथ ली। हमें जो दूसरा कार्यकाल जनता जनार्दन ने दिया है,उसे एक नई उड़ान के साथ हम अपनी यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा देश को पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है जिसे प्राप्त करने की दिशा में सरकार संजीदगी से काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जा रहा है। यह जो कार्यक्रम है जो उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नई गति देने के लिए टीम वर्क के रूप में कार्य करके आगे बढ़ाया जा रहा है। अगले पांच वर्ष के लिए जो लक्ष्य तय किए गए हैं वर्तमान में हम उसे आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं जो उत्तर प्रदेश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। हमने जो कार्य योजना तैयार की है उसमें तकनीक का भी बेहतर इस्तेमाल किया पहली बार प्रदेश के अंदर पेंशन प्राप्त करने वाले सरकारी कर्मचारियों के लिए ई पेंशन योजना लागू की। यूपी देश का पहला राज्य है जहां ई विधान लागू किया गया। हाल ही में विधानसभा में सत्र ई विधान के साथ पूरा हुआ।
उन्होने कहा कि सभी जानते हैं कि 2017 के पहले यूपी परिवारवाद, जातिवाद, दंगों और अराजकता के लिए जाना जाता था। उत्तर प्रदेश के अंदर बड़ी अजीब सी स्थिति थी, पहचान का संकट था। 2017 के पहले की सरकार केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं को रोकने का काम करती थी लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता संभालने के बाद प्रदेश के अंदर कानून का राज स्थापित करने की दिशा में काम किया जिससे आम जनमानस में एक विश्वास पैदा हुआ। प्रदेश के बारे में लोगों की धारणाएं बदली, उसका परिणाम था कि यहां पर निवेश के अनेक संभावनाओं ने आगे बढ़कर के प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों देना प्रारंभ कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले दिनो माफिया तत्वों की 844 करोड़ रूपये की अवैध संपत्ति जब्त की। अब तक 917 करोड़ रूपये की अवैध संपत्ति अपराधियों और माफिया तत्वों की जब्त की जा चुकी हैं। पहली बार पुलिस के संरक्षण में अवैध स्टैंड टैक्सी स्टैंड आदि हटाए गए जिसमें 68700 से अधिक अतिक्रमण स्थल शामिल है। 76000 से अवैध पार्किंग स्थल भी मुक्त किए गए। धर्म स्थलों से भी माइक हटाया गया। 74020 से अधिक माइक हटाए गए या फिर उनकी वॉल्यूम को कम किया गया। अलविदा की नमाज ईद के कार्यक्रम, रामनवमी के कार्यक्रम बगैर शोरगुल के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुयी।
उन्होने कहा कि पिछले पांच साल में प्रति व्यक्ति आय भी दुगनी हुई है। पहले ही बजट में 97 संकल्पों में लेकर के प्रदेश की जनता के प्रति प्रदेश के विकास और समृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता सरकार ने बहुत ही स्पष्ट कर दिया है शेष 37 संकल्प हैं जो आगामी 2 वर्षों में जनता दल के सामने लिए अपने संकल्पों को व्यवस्थित तरीके से पूरा करने के काम करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दशकों बाद औद्योगिक वातावरण भी देखने को मिला है। यूपी में निवेश को प्रोत्साहन का नतीजा है कि सरकार बनने के 100 दिन के अंदर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में 80000 करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाओं को शिलान्यास किया गया। प्रदेश में 2016-17 में बेरोजगारी की दर 18 फ़ीसदी थी जो आज घटकर 2.9 फीसदी रह गयी है। 2017 से पहले प्रदेश में निर्यात 80 हजार करोड़ रूपये था जो आज एक लाख 56 हजार करोड़ रूपये हो चुका है। दस हजार नौकरी सिर्फ गृह विभाग में दी गयी। स्वत: रोजगार एक लाख 90 हजार उद्यम के लिये 16 हजार करोड़ रूपये ऋण दिये।
वार्ता