सहकारी चीनी मिलों द्वारा अपनी पूर्ण क्षमता पर की जाएगी गन्ना पेराई- भूसरेड्डी

सहकारी चीनी मिलों द्वारा अपनी पूर्ण क्षमता पर की जाएगी गन्ना पेराई- भूसरेड्डी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग/सभापति, सहकारी चीनी मिल्स, संघ, लि., संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा सहकारी चीनी मिलों के निर्बाध एवं कुशल संचालन के संबंध में गन्ना बहुल जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेेंसिंग के माध्यम से विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा बैठक की गई। आसन्न पेराई सत्र 2021-22 में पश्चिमी क्षेत्र की चीनी मिलों को 20 अक्टूबर, 2021 से गन्ना पेराई कार्य प्रारम्भ करना है। इसके लिए मिलों का ससमय निरीक्षण करने के लिए जिलाधिकारियों को समीक्षा बैठक में निर्देश दिये गये। गन्ना मूल्य भुगतान शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है इसलिए पेराई सत्र प्रारम्भ करने से पूर्व अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान कराने के लिए भी बैठक में निर्देशित किया गया।

वर्चुअल समीक्षा बैठक में सहकारी चीनी मिलों के सभापति संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिलों में स्थित सहकारी चीनी मिल के प्रशासक होने के नाते सहकारी चीनी मिलों के बजट कन्ट्रोल करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए पेराई सत्र के सुचारू संचालन के लिए मशीनरी मरम्मत एवं रख-रखाव के निर्धारित बजट का गुणवत्तापूर्ण उपयोग का अनुश्रवण किया जाए। इसके साथ ही पेराई सत्र के दौरान पूर्ण क्षमता के अनुरुप सहकारी चीनी मिलों को संचालित कराने के निर्देश भी दिये गये।

समीक्षा बैठक के दौरान विभिन्न बिन्दुओं पर जिलाधिकारियों से व्यापक चर्चा हुयी, जिनमें प्रमुख रूप से विगत पेराई सत्र के गन्ना मूल्य भुगतान की स्थिति, पेराई सत्र 2021-22 प्रारम्भ किये जाने की तिथि एवं कार्य योजना आदि पर समीक्षा की गयी। इसके अतिरिक्त समीक्षा बैठक में जिलाधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि सहकारी मिलों के प्रमुख उत्पाद चीनी को बन्धक रखकर सृजित आहरण क्षमता के सापेक्ष प्राप्त की जाने वाली धनराशि के सम्बन्ध में शासकीय गारण्टी निर्गत किये जाने हेतु बैंकों से सम्बन्धित समस्याओं का निराकरण करायें। बैठक में स्थापन सम्बन्धित प्रकरणों पर भी विस्तृत समीक्षा की गयी जिनमें स्वीकृत स्टाफिंग पैटर्न के सापेक्ष कार्यरत कर्मियों की स्थिति, दैनिक वेतन/संविदा/ आउटसोर्सिंग से लिये जा रहे तकनीकी एवं सामान्य कर्मियों की स्वीकृति का आधार आदि बिन्दु प्रमुख रहे।

समीक्षा बैठक के अन्तिम चरण में चीनी के भण्डारण एवं उसकी सुरक्षा हेतु की जा रही व्यवस्था, पर्यावरण, प्रदूषण नियन्त्रण एवं एन.जी.टी. द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरुप संचालन की समीक्षा भी की गई। सभापति महोदय द्वारा मिल में ठेके पर कराये जा रहे कार्यो हेतु प्रक्रिया एवं निर्धारित दरों तथा गन्ना परिवहन के ठेकेदारों के कार्टलाइजेशन से परिवहन दरों में वृद्धि रोकने के संबंध में भी व्यापक निर्देश दिये गये। श्रमिकों एवं कार्मिकों द्वारा माननीय न्यायालय में योजित वाद के निस्तारण की स्थिति तथा कार्यरत् श्रमिकों के साथ होने वाली आकस्मिकताओं के सम्बन्ध में सुरक्षा एवं बचाव के लिए सिविल डिफेन्स, एन.सी.सी., अग्निशमन विभाग से सहयोग की अपेक्षा के सम्बन्ध में भी बैठक में चर्चा की गयी।

समीक्षा बैठक के अन्त में अपर मुख्य सचिव द्वारा सभी जिलाधिकारियों एवं चीनी मिलों के प्रधान प्रबन्धकों तथा विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि पेराई सत्र 2021-22 को आदर्श पेराई सत्र के रूप में संचालित कराना सुनिश्चित करें, जिससे प्रदेश के गन्ना किसानों का विश्वास सहकारी चीनी मिलों के प्रति और प्रगाढ हो। समीक्षा बैठक में मुख्यालय स्तर से प्रबन्ध निदेशक, सहकारी चीनी मिल संघ, रमाकान्त पाण्डेय, संयुक्त प्रबन्ध निदेशक, आर.पी. सिंह, अपर गन्ना आयुक्त/प्रबन्ध निदेशक, गन्ना संघ, वाई.एस. मलिक, अपर गन्ना आयुक्त/प्रबन्ध निदेशक बीज निगम, वी.के. शुक्ल, प्रधान प्रबन्धक परियोजना सुनील कुमार ओहरी, प्रधान प्रबन्धक, तकनीकी, विनोद कुमार एवं प्रधान प्रबन्धक, वित्त, अतुल खन्ना द्वारा प्रतिभाग किया गया।



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