रेस्क्यू देखने पहुंचे CM को देखते ही लगे हाय-हाय और मुर्दाबाद के नारे
इंदौर। रामनवमी के मौके पर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम के दौरान बावड़ी की छत ढह जाने के बाद कुएं में गिरे लोगों को निकालने का अभियान अभी तक जारी है। देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन को जब आज सवेरे शुरू किया गया तो मौके पर मोर्चा संभालने वाली सेना ने बावड़ी की दीवार एवं स्लैब तोड़ने शुरू कर दिए। घटनास्थल के पास स्थित एक धर्मशाला में मौजूद पटेल समाज के लोगों से मिलने के लिए जब सीएम पहुंचे तो उन्हें देखते ही वहां पर सीएम हाय हाय और मुर्दाबाद के नारे लगने लगे। नारेबाजी होते ही सीएम असहज हुए दिखाई दिए हैं।
शुक्रवार को इंदौर के बालेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे मैं अभी तक 35 लोगों की जान चली जाना बताई गई है। 20 से ज्यादा लोगों का अभी तक अस्पतालों में इलाज चल रहा है। शुक्रवार की सवेरे दोबारा से शुरू किए गए रेस्क्यू अभियान के अंतर्गत बावड़ी की दीवारें एवं सिलेब तोड़े जा रहे हैं। आर्मी ने भी मोर्चा संभालते हुए रेस्क्यू अभियान जारी कर रखा है।
प्रशासन की कई टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल होकर राहत एवं बचाव कार्य कर रही है। घटनास्थल के पास स्थित धर्मशाला में पटेल समाज के लोग आज सवेरे इकट्ठा हुए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब उनसे मिलने के लिए पहुंचे तो मौके पर मौजूद भीड़ ने उन्हें देखते ही सीएम हाय हाय और मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।
बताया जा रहा है कि मंदिर के भीतर हुए हादसे में पटेल समाज के लोगों की भी मौत हुई है। पटेल समाज के पदाधिकारियों ने कहा है कि जिन लोगों के यहां मौत हुई है उनके परिवार से सीएम को मिलना चाहिए था। अफसरों द्वारा पहले बताया गया था कि मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार जनों से मुलाकात करने के लिए उनके घरों पर पहुंच रहे हैं और वह उनसे मुलाकात कर उनकी पीड़ा पर मरहम लगाने का काम करेंगे। लेकिन बाद में पता चला कि सीएम का कार्यक्रम कैंसिल कर दिया गया है।