शिक्षामित्रों को झटका- बोली सलकार शिक्षामित्रों का नहीं बढ़ेगा मानदेय
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लखनऊ। राज्य के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को पढाने का काम कर रहे शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने का अभी सरकार का कोई इरादा नहीं है। यह जानकारी सरकार की ओर से सदन में पूछे गए सवाल के जवाब में दी गई है।
बुधवार को समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश वर्मा की ओर से उत्तर प्रदेश विधानसभा में शिक्षामित्रों के मेहनताने को लेकर उठाए गए सवाल के जवाब में सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। सरकार के मुताबिक स्कूलों में बच्चों को पढाने का काम कर रहे शिक्षामित्रों को अभी पहले की तरह केवल ₹10000 का मानदेय ही मिलता रहेगा।
समाजवादी पार्टी के विधायक ने शिक्षा मित्रों के मानदेय को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार ने स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने में लगे शिक्षामित्रों को बंधुआ मजदूर बनाकर रख दिया है और उन्हें न्यूनतम मजदूरी से भी कम मानदेय दिया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री की तरफ इशारा करते हुए जब उन्होंने कहा कि मंत्री के यहां कुत्ता घुमाने वालों को भी ₹30000 मिल रहे हैं तो भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू करते हुए आरोप लगाया कि विपक्ष के विधायक शिक्षामित्रों की तुलना कुत्तों से कर रहे हैं इसके लिए उन्हें सदन में माफी मांगनी चाहिए।