शरद पवार और फडणवीस की मुलाकात-राजनीतिक क्षेत्रों का पारा गरम
औरंगाबाद। महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस तथा राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार के बीच हुई मुलाकात से राजनीतिक क्षेत्रों में पारा गरम हो गया है। हालांकि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी राकांपा के प्रवक्ता एवं महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक मामले के मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि राज्य में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस तथा राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के बीच की मुलाकात 'शिष्टाचार मुलाकात' थी।
मंगलवार को अल्पसंख्यक मामले के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि जब राकांपा अध्यक्ष शरद पवार अस्पताल में भर्ती थे तो उनकी सेहत के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कई लोग उनसे मिलने आते थे। इसी तरह से पूर्व सीएम देवेन्द्र फडनवीस ने भी शिष्टाचार के तौर पर उनसे मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र की परंपरा है कि सत्तारूढ़ तथा विपक्षी पार्टियां दुश्मनों की तरह व्यवहार नहीं करती है। यहां पर व्यक्तिगत रिश्तें निभाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि इन दोनों नेताओं की मुलाकात राजनीति से प्रेरित थी।
गौरतलब है कि समूचे देश के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में आकर पिछले दिनों में बहुत सारे लोग बीमार हुए हैं। जिसके चलते राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रदेश भर में लॉकडाउन लगाकर संक्रमण की दर को काफी हद तक नियंत्रित किया है। विपक्ष के लोग भले ही सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों पर अंगुलियां उठा रहे हो मगर राज्य के लोग कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रोकथाम को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे द्वारा उठाए जा रहे कदमों से अपनी सहमति जता रहे हैं। ऐसे हालातों के बीच राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार और पूर्व मुख्यमंत्री व राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई मुलाकात को भले ही शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है। मगर राजनीतिक क्षेत्रों में इस मुलाकात के अपने अपने हिसाब से अनुमान लगाए जा रहे हैं।