संडीला के लड्डू की भी होगी ब्रांडिंग
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ओडीओपी अर्थात् वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना भले ही जोर शोर से लागू नहीं हो पायी है लेकिन इसको विस्तार देने का प्रयास लगातार चल रहा है। अब इस योजना को तहसील स्तर पर भी लागू किया जा रहा है। इसका नया नाम वनटी वनपी अर्थात एक तहसील एक प्रोडक्ट रखा गया है। भारत कृषि प्रधान देश है और गंगा-यमुना के दोआबे में बसा हुआ उत्तर प्रदेश तो कृषि के संसाधनों में सबसे आगे है लेकिन बढ़ती आबादी की तुलना में उत्पादन कम हो जाता है। इसलिए प्रदेश की कृषि पर निर्भरता कम करने के लिए ही लघु एवं मध्यम उद्यमों को बढ़ावा दिया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने 2017 में प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद गोपालक योजना, फल एवं सब्जी उगाने की योजना तथा स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग को प्रोत्साहन दिया। उत्तर प्रदेश की ज्यादातर तहसीलें और कस्बे भी किसी न किसी खास उत्पाद के लिए मशहूर हैं जैसे हरदोई जनपद की तहसील संडीला का लड्डू अपनी विशिष्टता के लिए दूर-दूर तक जाना जाता है। इस लड्डू को थोड़ा और बेहतर तथा विशेष पैकेज में विदेश तक पहुंचाया जा सकता है। एक समय संडीला का मुलायम बूंदी वाला लड्डू केवड़े की महक के साथ मुंह में रखते ही ऐसा स्वाद देता था जिसे ट्रेन पर बैठे दूर-दूर तक महसूस किया जाता था। रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर ट्रेन-बसों के रुकते ही 'संडीले वाला लड्डू ले लो' की आवाज कान में पड़ते ही लोग झटपट खिड़की के पास आ जाते थे लेकिन लड्डू बनाने वालों की भी लापरवाही के चलते लोग कहने लगे कि संडीला के लड्डू में अब वह बात नहीं रही। सरकार चाहती है कि यह शिकायत दूर हो जाए। लड्डू की ब्रांडिंग यदि विदेशों तक हो गयी तो संडीला में लड्डू का कारोबार विदेशी मुद्रा कमा सकता है।
योगी आदित्यनाथ सरकार का मानना है कि उत्तर प्रदेश के जनपद तहसील और कस्बे तरह-तरह के उत्पादो के लिए विख्यात हैं। मऊ जिले की घोसी तहसील के कस्बे में गोठा का गुड़ बहुत स्वादिष्ट होता है। लड्डू जैसा आकार और स्वाद ऐसा गोरखपुर-वाराणसी हाइवे पर स्थित इस कस्बे से होकर जाने वाला गुड़ खाना नहीं भूलता। कुशीनगर और कपिलवस्तु जाने वाले पर्यटक गोठा का गुड़ जरूर खरीदते हैं। गोरखपुर में कैम्पियरगंज में रामचौरा का कच्चा केला, फरेंदा (महाराजगंज) हरी मटर अपनी मिठास के लिए जानी जाती है। इसी तरह लखीमपुर जिले में मैगलगंज एक छोटा सा कस्बा है लेकिन यहां के छोटे-छोटे गुलाब जामुन की शोहरत इतनी बड़ी है कि शाहजहांपुर-दिल्ली हाईवे से गुजरने वाले मैगलगंज कस्बे से होकर ही जाते हैं।
शासन के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार ओडी ओपी की तर्ज पर ही ओटी ओपी के लिए भी उत्पादों की पैकेजिंग, डिजाइनिंग, ब्रांडिंग, मार्केटिंग जरूरत के अनुसार पूंजी की उपलब्धता और उससे जुड़े लोगों के प्रशिक्षण, ताकि कौशल को निखारा जा सके, जैसी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। प्रथम चरण में जिला प्रशासन के माध्यम से तहसीलवार ऐसे विशिष्ट उत्पादों की सूची तैयार होगी। यहां पर एक नजर हम ओडी ओपी योजना पर भी डाल लें तो बेहतर होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 जनवरी 2018 को प्रदेश में जनपदों में पारंपरिक शिल्प एवं लघु उद्यमों के संरक्षण के लिए और उनमें अधिक से अधिक रोजगार सृजन करने के लिए एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में हर जिले का अपना एक प्रोडक्ट होगा जिसके लिए उस जिले को पहचाना जाएगा। इन सभी उद्योगों को बिजनेस सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम की श्रेणियों में बांटा गया है। को शुरू करने के पीछे उत्तर प्रदेश सरकार का एक उद्देश्य राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है। वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के तहत राज्य के 75 जनपदों के 25 लाख लोगों को 5 सालों में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश राज्य से अब तक इन छोटे एवं मध्यम उद्योगों से अरबों का निर्यात किया जा चुका है। राज्य में छोटे एवं लघु उद्योग भी है जहां पर विशेष पदार्थ बनाकर देश और विदेश में बेचा जाता है। उत्तर प्रदेश राज्य के कांच का सामान लखनवी कढ़ाई से युक्त कपड़े विशेष चावल आदि देशभर में बहुत प्रसिद्ध है। यह सभी चीजें छोटे गांव से छोटे-छोटे कलाकारों द्वारा बनाई जाती है परंतु इन कलाकारों को कोई नहीं जानता। सरकार इन खोए हुए कलाकारों को लघु उद्योग के लिए पैसा देगी एवं आगे बढ़ने का मौका देगी। उत्तर प्रदेश एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत प्रत्येक जिले को एक उत्थान योजना के तहत एक उत्पाद सौंपा जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा अभिनेत्री कंगना रनौत को उत्तर प्रदेश एक जिला एक उत्पाद योजना का ब्रांड एंबेसडर घोषित किया गया। यूपी सरकार ने राज्य के 75 जिलों में पारंपरिक शिल्प एवं लघु उद्यमों के संरक्षण के लिए और उनमें अधिक से अधिक रोजगार सृजन करने के उद्देश्य से योजना चल रही है।
इस प्रकार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा लांच की गई एक जिला एक उत्पाद योजना का विस्तार किया गया। राज्य के प्रत्येक जिले का अपना एक प्रोडक्ट होगा जो उस जिले की पहचान बनेगा। इस योजना को शुरू करने के पीछे राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य में उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा करना है। लोन मेले का आयोजन किया जाता रहा। साथ ही सरकार ने लाभार्थियों को टूल किट प्रदान की। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)