राजनीतिक अस्थिरता से बढ़ी तस्करी

राजनीतिक अस्थिरता से बढ़ी तस्करी

जयपुर। राजनीतिक दल सियासत की जंग लडे़ं, लेकिन उसका फायदा देश की सीमा पार छिपे दुश्मन न उठा सकें। दुर्भाग्यवश राजस्थान में यही हो रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि इसी के चलते कांग्रेस विधायकों ने बगावत की है लेकिन अपनी सरकार के बहुमत का दावा भी किया है। इस प्रकार वहां राजनीतिक अस्थिरता लगभग दो महीने से चल रही है। इसका फायदा सीमा पार के तस्करों ने उठाया है। राजस्थान के बाड़मेर में सरहद पार से ड्रग्स की तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने दो किलो 740 ग्राम हेरोइन के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ड्रग्स की यह खेप पाकिस्तान से होते हुए भारत आई थी। जब्त की गई हेरोइन की कीमत तीन करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी जा रही है। राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की है लेकिन भाजपा अगर राजनीतिक अस्थिरता पैदा कर रही है तो उसे भी कसूरवार माना जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यही आरोप लगा रहे हैं।

राजस्थान में हेरोइन की तस्करी कोई नयी बात नहीं है लेकिन इन दिनों बड़े पैमाने पर होने लगी है। बाडमेर में बरामद हेरोइन की खेप के साथ पकड़े गए दोनों आरोपी खडू खान और मूलाराम ड्रग्स सिंडिकेट के बड़े नाम बताए जा रहे हैं। खडू खान लंबे समय से नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल है। खंडू ने बाडमेर सहित सरहदी इलाको में नशे के कारोबार का बड़ा नेटवर्क तैयार कर रखा है।

इधर, राजस्थान के सियासी संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत ने दावा किया है कि उनकी सरकार अब संकटों से उबर चुकी है। ऐसा ही दावा राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने किया है। उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राजस्थान में बीजेपी का षडयंत्र कामयाब नहीं होगा और कांग्रेस की सरकार पूरे पांच साल तक टिकी रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बागी हुए विधायकों को याद रखना चाहिए कि वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की वजह से जीते हैं। विधायक बने हैं। इसलिए उन्हें कार्यकर्ताओं का सम्मान करते हुए कांग्रेस में ही रहना चाहिए, न कि बीजेपी की साजिश का शिकार बनना चाहिए। अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी के विधायक बाड़बंदी पर जा रहे हैं क्योंकि इनकी पोल खुल गई है। सरकार में तो हम लोग हैं। राज्य में विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग हो रही थी इसलिए हमें सबको एक साथ रखना पड़ा। भाजपा तीन-चार जगहों पर बाड़बंदी कर रही है वह भी चुन-चुन कर। मुझे इनमें फूट पड़ती दिख रही है। इसके अलावा राजस्थान के सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी नेताओं और हमारी पार्टी छोड़ चुके लोगों के खिलाफ हर घर में गुस्सा है। मेरा मानना है कि वे भी इसे समझते हैं और उनमें से अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि हमारी लड़ाई डेमोक्रेसी को बचाने की लड़ाई है, वह जारी रहेगी। विजय हमारी होगी, विजय सत्य की होगी, विजय प्रदेशवासियों की होगी, विजय उन तमाम विधायकों की होगी चाहे पक्ष में हैं चाहे विपक्ष में हैं, जो चाहते हैं कि सरकारें अस्थिर नहीं होनी चाहिए।

राजस्थान में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ अन्य विधायकों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बागी रुख अपनाने के कारण पिछले कई हफ्तों से राजनीतिक उठापटक चल रही है। कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पदों से हटा दिया था। इसी के बाद अशोक गहलोत अपने विधायकों को सहेजने लगे हैं। गत 8 अगस्त को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मौजूद विधायकों द्वारा पायलट कैंप के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि सचिन पायलट कैंप के लिए कांग्रेस के दरवाजे बंद हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि हाईकमान के सामने पायलट और बागियों की पैरवी नहीं की जाएगी। बैठक में मौजूद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर हमलावर होते हुए कहा कि उसने अपनी नेता वसुंधरा राजे को सम्मान नहीं दिया। जिस बीजेपी ने वसुंधरा राजे जैसी वरिष्ठ नेता को सम्मान नहीं दिया, वो बागी विधायकों का क्या सम्मान करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने आदिवासी विधायकों का भी अनादर किया है। बहरहाल, भाजपा को भी अपने विधायकों के टूटने की आशंका है। इसलिए भाजपा विधायकों की भी बाड़बंदी हो रही है। इस प्रकार के माहौल में प्रशासनिक शिथिलता स्वाभाविक हो जाती है और अराजक तत्व उसका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। यह तो अच्छी बात है कि राजस्थान के बाडमेर में प्रशासनिक अमला सतर्क था और उसने तस्करों को दबोच लिया।

पुलिस ने पकड़े गए आरोपी खडू खान के कब्जे से एक किलो 740 ग्राम और मूलाराम के पास से एक किलो हीरोइन बरामद किया है। बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आनंद शर्मा के मुताबिक छह लाख 55 हजार के नकली नोट मामले में पुलिस रिमांड पर चल रहे तस्करों ने पूछताछ में अपने रैकेट में शामिल खडू खान के बारे में बताया था। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए खडू खान और मूलाराम को धर दबोचा। पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर इन दोनों ने हेरोइन तस्करी के रैकेट में शामिल होने की बात को स्वीकार कर लिया। पुलिस मामला दर्ज कर यह पता लगाने में जुट गई है कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में दोनों के पास हेरोइन कहां से और कैसे आई। प्रथमदृष्टया हेरोइन की तस्करी के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब इस एंगल से भी पड़ताल कर रही हैं। पुलिस के मुताबिक खडू खान का अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के काम का लंबा इतिहास है। उसके रिश्तेदार पाकिस्तान में भी हैं जिनकी मदद से वो तस्करी के काम को अंजाम देता है। राजस्थान के लिए यह खतरनाक संकेत हैं और इसी तरह की राजनीतिक अस्थिरता बनी रही तो तस्करी और घुसपैठ जैसी वारदातों में इजाफा हो सकता है।

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

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