चिकित्सक सबसे सम्मानित पेशेवर हैं: मोदी
चेन्नई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश में चिकित्सा जगत को नये नजरिए और नयी जिम्मेदारी के साथ देखा जा रहा है और चिकित्सक सबसे सम्मानित पेशेवर हैं तथा यह सम्मान कोरोना महामारी के दौरान और बढ़ा है।
नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी के 33वें दीक्षांत समारोह को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि देश में पेशेवरों के क्षेत्र में चिकित्सक सबसे सम्मानित पेशेवर हैं।
नरेन्द्र मोदी ने कहा, " इस महामारी के बाद आज यह सम्मान और अधिक बढ़ा है क्योंकि लोग आपके पेशे की गंभीरता को जानते हैं और कई बार यह किसी के लिए जीवन और मौत का सवाल बन जाता है। "उन्होंने कहा कि वाकई गंभीर होना और गंभीर दिखना दो अलग-अलग बातें हैं और मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप अपने स्वभाव को बनाकर रखिए क्योंकि ऐसी प्रवृति से आप मरीजों को खुश रख सकेंगे और उनका मनोबल भी बढ़ा रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, " आप ऐसे समय में अपनी उपाधियां ले रहे हैं, जब भारतीय चिकित्सा पेशेवरों, वैज्ञानिकों और फार्मा विशेषज्ञों की चारों ओर काफी सराहना की जा रही है और इसी की बदौलत उनका सम्मान भी बढ़ा है। "
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में देश में छह एम्स थे और पिछले छह वर्षों में देश में 15 और एम्स को मंजूरी दी गई है। पिछले छह वर्षों में एमबीबीएस की सीटों में 30 हजार से अधिक का इजाफा हुआ है जो वर्ष 2014 की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ोत्तरी है। इसी तरह पोस्ट ग्रेजुएट की सीटों में भी 24 हजार की बढ़ोत्तरी की गई है जो 2014 के मुकाबले 80 प्रतिशत बढ़ोतरी है।
उन्होंने सभी चिकित्सा स्नातकों को धन्यवाद देते हुए महिला चिकित्सकों को विशेष तौर पर बधाई देते हुए कहा," किसी भी क्षेत्र में महिलाओं को सबसे आगे देखना काफी विशेष होता है और जब भी यह होता है तो यह वाकई सम्मान और हर्ष का क्षण होता है। "
श्री मोदी ने कहा," आप सभी की मेहनत और संस्थान की सफलता से एमजीआर काफी खुश होते, वह गरीबों को लेकर काफी संवेदनशील रहते थे। स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला सशक्तीकरण जैसे क्षेत्र उन्हें काफी प्रिय थे।"