महिलाओं व युवाओं में उद्यमिता विकसित करने को अब युवा गन्ना किसान योजना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के युवा किसानों एवं महिलाओं को गन्ने की खेती से जोड़ते हुए उनके भीतर उद्यमिता एवं प्रतियोगी भावना का संचार कर किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से युवा गन्ना किसान योजना आरंभ की गई है। जिसमें विजेता महिला व युवा किसानों को पुरूस्कार देकर उत्साहित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा युवाओं एवं ग्रामीण अंचल की महिलाओं में गन्ने की खेती के माध्यम से उद्यमिता की भावना विकसित करने के आदेशों के तहत उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा की ओर से युवाओं एवं महिला स्वयं सहायता समूह को गन्ना खेती से जोड़ते हुए उनमें प्रतियोगी भावना का संचार करने के निर्देश पारित किए गए हैं। सरकार के निर्देशों को यथार्थ रूप से फलीभूत करने के लिए प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी द्वारा युवाओं एवं महिलाओं को गन्ने की खेती हेतु प्रेरित करने तथा उनमें प्रतियोगी भावना का संचार करने हेतु 02 नई श्रेणी के तहत 30 वर्ष तक की आयु के युवा गन्ना किसान एवं गन्ने की खेती से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों को भी उत्कृष्ट कार्य योजना में सम्मलित करने का निर्णय लिया गया है। उत्कृष्ट कार्य योजना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए गन्ना आयुक्त ने बताया कि उत्कृष्ट कार्य योजना अन्तर्गत नये दिशा - निर्देश जारी कर दिये गये हैं । इस योजना में पहले से शामिल उत्कृष्ट कार्य करने वाली 3 गन्ना समितियों, 3 गन्ना कृषकों के साथ-साथ अब गन्ने की खेती में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवा गन्ना किसानों तथा गन्ने की खेती से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों को भी क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार स्वरूप 51,000 रूपये, 31,000 रूपये एवं 21,000 रूपये की पुरस्कार राशि, स्मृति चिह्न एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली 3 चीनी मिलों को भी पहले की तरह प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के रूप में स्मृति चिह्न एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा। गन्ना आयुक्त ने यह भी बताया कि चीनी मिलों, गन्ना समितियों, गन्ना कृषकों , युवा गन्ना किसानों तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को अंक प्रदान किये जाने हेतु जनपद, परिक्षेत्र एवं प्रदेश स्तरीय कमेटियों का गठन का प्राविधान योजना में किया गया है। योजना का संपूर्ण व्यय भार राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। उत्कृष्ट कार्य योजना के अन्तर्गत इन दोनों श्रेणियों को सम्मिलित करने से युवा गन्ना किसानों का रुझान गन्ने की खेती के प्रति बढ़ेगा और उनमें प्रतियोगी भावना का संचार होगा। साथ ही नवोन्मेषी तकनीकों के प्रयोग को भी बल मिलेगा। अच्छे उत्पादन के फलस्वरूप युवा गन्ना किसानों की आय में भी वृद्धि होगी, जिससे उनका परिवार आर्थिक एवं सामाजिक रूप से समृद्ध होकर गरिमामय जीवनयापन कर सकेगा। उत्कृष्ट कार्य योजना में गन्ने की खेती से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों को शामिल करने से उनका मनोबल बढेगा। ग्रामीण अंचल की महिलाओं में उद्यमिता की भावना विकसित होगी उनका आर्थिक सशक्तिकरण होगा तथा आत्मनिर्भरता बढेगी।