56 हजार करोड़ के कर्ज का ब्याज चुकाना भी टेढी खीर : नेगी
देहरादून। उत्तराखंड सरकार द्वारा लिए गए समस्त ऋण का कुल योग वर्ष 2019-20 तक 49,847 करोड रुपए है। अनुमानत अगले एक-डेढ़ माह यानि 31 मार्च 2021 तक यह बढ़कर 56,302 हजार करोड़ हो जाएगा। सरकार द्वारा उधार ली गई रकम का ब्याज 4- 4.50 हजार करोड़ चुकाना भी सरकार के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है तथा ब्याज चुकाने के लिए कर्ज पर कर्ज लिया जा रहा है।
उत्तराखंड में अपने नाम के अनुरूप कार्य कर रहे एक स्वयंसेवी संगठन जन संघर्ष मोर्चा ने सूचना के अधिकार के अंतर्गत, प्राप्त जानकारी के आधार पर यह चिन्ता व्यक्त की है।
जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्भाग्य की बात है, जो ऋण लिया जा रहा है, उसका बड़ा हिस्सा माननीयों की मौज-मस्ती, पेंशन, सैर सपाटा तथा झूठे विज्ञापनों इत्यादि पर खर्च किया जा रहा है | उन्होंने आरोप लगाया कि जनता विकास की आस तथा बच्चों के भविष्य रोजगार की उम्मीद में दम तोड़ रही है। उन्होंने कहा कि जो राजस्व सरकार को मिलना चाहिए था, वो राजस्व माफियाओं की सांठगांठ से इनकी जेबों में जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य के बेरोजगार अपने रोजगार तथा आमजन अपनी मूलभूत सुविधाओं को लेकर चिंतित हैं, लेकिन सरकार सिर्फ और सिर्फ प्रदेश को दिवालिया बनाने पर तुली है। उन्होंने जनता से अपने हक के लिए लड़ने का भी आह्वान किया।