उत्तराखंड में कोविड जांच के लिए करीब 40 लाख नमूने लिए गए
देहरादून। उत्तराखंड में कोविड सम्बंधी राज्य सरकार की व्यवस्थाओं के बारे में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में अब तक करीब 40 लाख कोरोना के नमूने लिए जा चुके हैं।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने मीडिया सेंटर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आज बताया कि प्रदेश में कोविड-19 को लेकर लगातार नमूने लिए जा रहे हैं। अब तक प्रदेश में करीब 40 लाख नमूने लिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल दो लाख के क़रीब कोविड मरीज़ हैं जिनमें से डेढ़ लाख मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, पिछले 24 घंटे में लगभग 4500 के करीब मरीज ठीक हो गए है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि प्रदेश में परीक्षण दर प्रति दस लाख अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। पूरे प्रदेश में 17 लाख लोगों को कोरोना को पहला टीका लगाया जा चुका है। जबकि पाँच लाख को दूसरी डोज़ भी लग चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्चुअल ओपीडी और ई-संजीवनी पोर्टल लगातार दूरस्थ इलाकों तक अपनी सेवा दे रहा है, शुरुआती दौर में रोज़ाना करीब 200 मरीजों को ई-संजीवनी के जरिए निशुल्क परामर्श दिया जा रहा था जबकि वर्तमान में एक हजार से अधिक प्रदेशवासियों को घर बैठे नि:शुल्क परामर्श दिया जा रहा है।
सचिव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा होम आइसोलेशन के लिए सचिव दिलीप जावलकर को तैनात किया गया है। इसके अलावा सचिव सौजन्या को कोविड किट वितरण के लिए जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 18 से 45 वर्ष के बीच के युवाओं के टीकाकरण के लिए पहले ही 100 करोड़ का बजट जारी किया गया है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की है कि अगले कुछ दिनों में प्रदेश में 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए टीका लगाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 45 से अधिक उम्र के लोगों के लिए प्रदेश में व्यापक स्तर पर टीकाकरण का कार्य चल रहा है।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि भारत सरकार ने राज्य सरकार के लिए 60 टन ऑक्सीजन की अतिरिक्त आपूर्ति हेतु अनुमति प्रदान कर दी है। जिसके बाद अब प्रदेश में 183 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति मिलती रहेगी। उन्होंने बताया कि नरेंद्र नगर में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया है। जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा और चमोली में अगले कुछ दिनों में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा अन्य जिलों में ऑक्सीजन प्लांट की मांग को भेजा है जिसे जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि दून मेडिकल कॉलेज में 40 अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड स्थापित किए गए हैं। साथ ही कोरोनेशन अस्पताल में भी बेड की संख्या बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में राज्य सरकार द्वारा 500 सिलेंडर विभिन्न प्रयासों से लाए गए हैं जबकि कुछ दिनों में 500 और सिलेंडर मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि सीएसआर के माध्यम से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की जा रही है। सभी प्राइवेट अस्पतालों को रेमेडिसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन के ऑडिट के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा अस्पतालों के बेड एलोकेशन और ओवरचार्जिंग को लेकर भी सख्त हिदायत सरकार की तरफ से दी गई है। निजी अस्पतालों को यह भी निर्देशित किया गया है कि मरीज को बेहतर इलाज के साथ ही पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाए।
दवाओं की कालाबाजारी को लेकर आईजी अमित सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि उधमसिंह नगर जिले में दो मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें एक ओवर चार्जिंग को लेकर है और दूसरे मामला ऑक्सीमीटर को महंगे दाम में बेचने संबंधित है। इसके अलावा देहरादून में भी बिना बिल के ऑक्सीमीटर बेचने के मामले में कारवाई की गई है।
वार्ता