40 हजार से अधिक किसान - बेरोजगार और कर्जदार ने की आत्महत्या
नई दिल्ली। बीते 3 साल में देशभर में कर्ज़ में डूबे एवं दिवालिया हुए लोगों के साथ बेरोजगारी के चलते एवं किसान के परेशान होकर आत्महत्या करने के देशभर में 42530 मामले सामने आए हैं।
गौरतलब है कि राज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में राज्यसभा के पटल से जो जवाब आया है। उसमें कर्ज में डूबे एवं दिवालिया हुए लोगों ने साल 2018 में 4970, साल 2019 में 5908 एवं 2020 में 5213 यानी कुल मिलाकर 16091 लोगों ने आत्महत्या की है। इसके साथ ही बेरोजगारी के कारण आत्महत्या करने वाले लोगों की संख्या भी काफी रही है। साल 2018 में 2741 तो साल 2019 में 2851 तथा साल 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 3548 हो गया है। बेरोजगारी के कारण आत्महत्या करने वाले 9140 लोगों ने 3 साल में आत्महत्या की हैं।
इसके अलावा साल 2018 में 5763, साल 2019 में 5957 तथा साल 2020 में 5579 किसानों ने आत्महत्या की है। 3 साल में कर्ज से डूबे बेरोजगार लोगों से ज्यादा 17299 किसानों ने आत्महत्या की। अगर इन तीनों कारण से आत्महत्या करने वाले लोगों को आंकड़ा जोड़ा जाए तो 3 साल में 42530 लोगों ने आत्महत्या की है।