बदली-बदली नजर आने लगी अब कान्हा की क्रीड़ास्थली गोकुल
मथुरा। उत्तर प्रदेश में मथुरा के गोकुल में विकास का प्रथम चरण पूरा होते ही कान्हा की यह क्रीड़ास्थली बदली बदली सी नजर आने लगी है।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने गुरूवार को यहां बताया कि हकीकत यह है कि आजादी के बाद की सरकारों का पर्यटन के बारे में संकुचित नजरिया था जिसके कारण अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन उस रूप में गति नही पकड़ सका जिस रूप में पकड़ना चाहिए था। विकास कार्यो का प्रथम चरण पूरा होते ही कान्हा की यह क्रीड़ास्थली बदली बदली सी नजर आने लगी है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दकियानूसी सोंच से अलग हटकर कार्य किया। उन्होंने ब्रज में मौजूद पर्यटन की संभावनाओं को न केवल समझा बल्कि उसकी आधारशिला को मजबूत करने की दिशा में कार्य शुरू कराया। उनकी सोच है कि यदि किसी धार्मिक स्थल की मूलभूत सुविधाएं बेहतर हो जाएंगी तो उसका लाभ न केवल तीर्थयात्रियों को मिलेगा बल्कि विदेशी पर्यटक उस स्थल की ओर आकर्षित होंगे।
शैलजाकांत मिश्र ने कहा कि गोकुल का दधिकाना, छड़ीमार होली एवं चुनरी मनोरथ ऐसे मनोहारी उत्सव हैं सुविधाएं बढ जाने पर विदेशी पर्यटक गोकुल के इन आकर्षक कार्यक्रमों को देखने के लिए आ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि न केवल गोकुल बल्कि पूरे ब्रज क्षेत्र में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अपार खजाना है। मुख्यमंत्री ने इसे समझा और इसीलिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर ब्रज के विकास को गति दिलाई। सरकार ने पूरे इलाके के विकास के लिए लगभग तीन सौ करोड़ रुपये उपलब्ध कराये हैं जबकि अभी तक कुल आठ करोड़ ही खर्च हुए हैं।