रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर बांसुरी छोड़ कान्हा ने थामा धनुष बाण
मथुरा। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि परिसर में बन रहे श्री राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर श्री कृष्ण की नगरी मथुरा एवं कम कर्मस्थली वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी राधा वल्लभ एवं ठाकुर रंगनाथ ने भगवान श्री राम के रूप में भक्तों को दर्शन देने के लिए अपने हाथों में बांसुरी छोड़कर धनुष बाण थाम लिया। ठाकुर जी के इस अद्भुत स्वरूप को देखने के लिए कड़ाके की सर्दी के बावजूद भक्तों का रेल उमड पड़ा।
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को की गई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार से श्री राम के दर्शनों के लिए मंदिर खोल दिया गया है। सवेरे से ही अयोध्या में श्री राम के अनोखे स्वरूप के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी हुई है।
उधर भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा और कर्मस्थली वृंदावन भी राम की भक्ति में डूबी हुई है। भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर महानगर के मंदिरों में अद्भुत नजारा रहा। खासकर श्री कृष्ण जन्म स्थान पर विराजमान ठाकुर केशव देव के श्री राम रूप एवं भागवत भवन स्थित श्री राधा कृष्ण युगल सरकार के सिया राम के रूप में दर्शन हुए हैं।
केशव देव एवं श्री राधा कृष्ण युगल सरकार का रामरूप में विशिष्ट श्रृंगार किया गया है। मुरली और छड़ी के स्थान पर प्रतिमाओं को धनुष बाण धारण कराए गए हैं। संपूर्ण परिसर में चारों तरफ केसरिया ध्वज पताका लगाई गई हैं।